राठ-झांसी रूट पर दौड़ रही प्राइवेट बसें बिना फिटनेस के, जान जोखिम में डाल रही सवारी
राठ-झांसी रूट पर दौड़ रही प्राइवेट बसें बिना फिटनेस के, जान जोखिम में डाल रही सवारी
प्रवीण कुमार
राठ-झांसी मार्ग पर दौड़ रही कई प्राइवेट बसें बिना फिटनेस के धड़ल्ले से चल रही हैं। इन बसों में न तो सुरक्षा मानकों का पालन हो रहा है और न ही परिवहन विभाग का कोई डर नजर आता है।
राठ झांसी रोड बसें मालगाड़ी हो गई
टायर लाद कर ले जाते हैं बस का संतुलन बिगड़ने का खतरा
पनवाड़ी महोबकंठ स्टाफ न होने के बावजूद आधा घंटा खड़ी रहती प्राइवेट बसें
रोडवेज बसों को हो रहा लंबा घाटा
बसों में ओवरलोड सवारियों से ज्यादा भर कर लम्बे सफर पर ले जाया जा रहा है। यही नहीं, बसों की छत पर ओवर माल भी ढोया जा रहा है, जिससे संतुलन बिगड़ने और हादसे की आशंका बनी रहती है।
इन बसों के चालक, सवारियों से तय किराए से ज्यादा वसूलते हैं, लेकिन बदले में उन्हें न तो सुरक्षित यात्रा मिलती है, न ही कोई सुविधा।
सबसे खतरनाक बात ये है कि कई बसों के मुख्य गेट खुले रहते हैं, जो किसी भी वक्त जानलेवा साबित हो सकते हैं। गेट पर खड़े यात्री हर पल मौत के मुंह में खड़े नजर आते हैं।
“बसों की हालत बहुत खराब है, ऊपर माल भी भरते हैं और अंदर भी बहुत ज्यादा भीड़ होती है। हमें मजबूरी में सफर करना पड़ता है।”
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या परिवहन विभाग इन बसों पर कोई कार्रवाई करेगा या फिर आम लोगों की जान यूं ही खतरे में डाली जाती रहेगी?