श्री मनोज सिन्हा और श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने श्रीनगर में आयोजित किए जा रहे प्रमुख पर्यटन प्रोत्साहन कार्यक्रम “टैपिंग ऑफ पोटेंशियल ऑफ़ कश्मीर: अदर डे इन पैराडाइज़” का उद्घाटन किया
श्री मनोज सिन्हा और श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने श्रीनगर में आयोजित किए जा रहे प्रमुख पर्यटन प्रोत्साहन कार्यक्रम “टैपिंग ऑफ पोटेंशियल ऑफ़ कश्मीर: अदर डे इन पैराडाइज़” का उद्घाटन किया
जनवरी 2020 की तुलना में जनवरी 2021 में जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों की संख्या में पांच गुणा वृद्धि हुई है: श्री प्रहलाद सिंह पटेल
जम्मू-कश्मीर में बहुत जल्द एक नई पर्यटन नीति आएगी: श्री मनोज सिन्हा
पर्यटन मंत्रालय ने 11 से 13 अप्रैल, 2021 तक श्रीनगर में ”कश्मीर की क्षमता का दोहन: धरती पर स्वर्ग में एक और दिन” एक प्रमुख पर्यटन प्रोत्साहन कार्यक्रम का आयोजन किया है। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा और केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने वर्चुअल माध्यम से इस समारोह का उद्घाटन किया और प्रतिनिधियों को संबोधित किया। भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर के पर्यटन विभाग, फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज (फिक्की) यानी भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ और भारतीय गोल्फ पर्यटन संघ (आईजीटीए) के सहयोग से इस कार्यक्रम का आयोजन किया है। इस कार्यक्रम के आयोजन का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के असंख्य पर्यटन उत्पादों का प्रदर्शन करना और अवकाश, साहसिक, पर्यावरण, विवाह, फिल्मों और एमआईसीई पर्यटन स्थल के रूप में जम्मू-कश्मीर के पर्यटन को बढ़ावा देना है। भारत सरकार के सचिव पर्यटन श्री अरविंद सिंह; जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के सलाहकार, श्री बशीर खान; जम्मू-कश्मीर सरकार के पर्यटन सचिव, श्री सरमद हफीज़; पर्यटन मंत्रालय में अतिरिक्त महानिदेशक, श्रीमती रूपिंदर बराड़ और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उद्घाटन सत्र में उपस्थित थे।
वर्चुअल माध्यम से अपने सम्बोधन में श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि यह आयोजन पर्यटन मंत्रालय और अन्य हितधारकों द्वारा जम्मू-कश्मीर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक नया प्रयास है। पर्यटन मंत्री ने कहा कि देश ने जम्मू-कश्मीर में जनवरी 2020 की तुलना में जनवरी 2021 में पर्यटकों की संख्या में पांच गुणा बढ़ोतरी देखी है। यह पहल केंद्र शासित प्रदेश में पर्यटन को पुनर्जीवित करने में मदद करेगी। श्री पटेल ने कहा कि धारा 370 को समाप्त करने और सभी विपरीत परिस्थितियों से उबरने के बाद, पर्यटकों ने जम्मू-कश्मीर में आना फिर से शुरू कर दिया है। श्री पटेल ने आगे कहा कि इस स्थान पर पुरातात्विक, ऐतिहासिक और प्राकृतिक सुंदरता है। हमें बस उन्हें बढ़ावा देने की जरूरत है और इस प्रकार के आयोजन बेहतर बुनियादी ढांचा तैयार करने के लिए नए विचारों का प्रदर्शन महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
वर्चुअल माध्यम से अपने संबोधन में श्री मनोज सिन्हा ने कहा कि सबसे पहले मैं केंद्र शासित प्रदेश में पर्यटन के विकास के लिए इस वर्ष के केंद्रीय बजट में 786 करोड़ रुपये देने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देना चाहता हूं, जो पिछली बार की तुलना में 509 करोड़ रुपये अधिक है। श्री सिन्हा ने केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल के प्रति आभार व्यक्त किया, जो केंद्र शासित प्रदेश में पर्यटन को बहाल करने के प्रयासों में अपना पूरा सहयोग देते हैं। श्री सिन्हा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पर्यटन की काफी संभावनाएं हैं और प्रशासन बहुत जल्द एक नई फिल्म नीति लेकर आएगा, जो जम्मू-कश्मीर में स्वर्ण फिल्म युग की वापसी करेगी। श्री मनोज सिन्हा ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में महामारी से पर्यटन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि पर्यटन उद्योग में शामिल लोगों के स्वास्थ्य और अन्य पहलुओं को ध्यान में रखते हुए, आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई उपाय किए गए हैं। श्री सिन्हा ने कहा कि शादियों के लिए एक गंतव्य के रूप में कश्मीर, फिल्म पर्यटन, एमआईसीई आदि के लिए उचित स्थल है क्योंकि यह अपार संभावनाएं प्रदान करता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस कार्यक्रम में विचार-विमर्श आगे का रास्ता दिखाने में बहुत आगे ले जाएगा।
श्री सिन्हा ने आगे विस्तार से बताया कि पर्यटन क्षेत्र के परिवर्तन के लिए, पांच स्तंभों पर प्रमुख ध्यान रहेगा, जिनमें पर्यटन उद्योग के लिए सतत विकास, आतिथ्य क्षेत्र को मजबूत करना, मानव संसाधन विकास, गोल्फ का विकास और खान-पान के व्यंजनों का प्रचार करना शामिल है।
पर्यटन मंत्रालय के सचिव, श्री अरविन्द सिंह ने कहा कि ‘पृथ्वी पर स्वर्ग’ पर्यटन की क्षमता से भरपूर है। उन्होंने कहा कि पर्यटन कश्मीर क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ा योगदान देता है, क्योंकि अधिकांश आर्थिक गतिविधियां पर्यटन और संबद्ध सेवाओं पर आधारित हैं।
श्री सिंह ने आगे कहा कि कोविड-19 महामारी ने अभूतपूर्व तरीके से दुनिया को प्रभावित किया है और इससे एक ठहराव आ गया है। लोगों के आवागमन और पर्यटन में भारी कमी, अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का निलंबन, हवाई अड्डों और सीमाओं को बंद करना, यात्रा पर सख्त प्रतिबंधों को अपनाना आदि से अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों के लिए लंबे समय तक संकट बना रहा है और पर्यटन उद्योग के लिए भी बहुत कुछ ऐसा ही हुआ है। हालांकि, इसमें सुधार के संकेत देखे गए हैं। श्रीनगर में दिसंबर 2020 से रिकॉर्ड स्तर पर पर्यटको की संख्या में वृद्धि नज़र आई है और जानकारी के अनुसार जून 2021 तक श्रीनगर के सभी होटल पूरी तरह से बुक हो चुके हैं। यह एक बहुत उत्साहजनक खबर है। श्री सिंह ने कहा कि राज्य में पर्यटन को पुनर्जीवित करने के लिए और राज्य में पर्यटन को विकसित करने के लिए हितधारकों के साथ साझेदारी करने के इस अवसर के लिए मुझे खुशी है। उन्होंने कहा कि इससे राज्य में युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
श्री अरविंद ने कहा कि स्वदेश दर्शन और प्रसाद योजना के तहत मंत्रालय ने केंद्र शासित प्रदेश में पर्यटन बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 562.79 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इन परियोजनाओं में से अधिकांश पूरा होने के चरण में हैं और एक बार पूरा होने के बाद पर्यटन स्थलों पर आगंतुकों को अच्छा अनुभव प्रदान करने के मंत्रालय के दृष्टिकोण को पूरा करेंगे। डल झील पर लेजर शो कश्मीर में पर्यटकों के अनुभव को सुधारने के लिए मंत्रालय की अन्य पहलों में से एक पहल है।
श्री अरविंद ने आगे कहा कि सम्पर्क एक और प्रमुख ध्यान देने वाला क्षेत्र है और पर्यटन मंत्रालय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय तथा नागरिक उड्डयन मंत्रालय के साथ मिल कर काम कर रहा है। हाल ही में बेंगलुरु और अहमदाबाद से घाटी के लिए सीधी उड़ानें भी शुरू हुई हैं और इसने उत्तर और दक्षिण के बीच बहुप्रतीक्षित संपर्क प्रदान किया है। श्रीनगर के लिए रात की उड़ानें भी अब शुरू हो गई हैं। पर्यटन मंत्रालय, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (एमओआरटीएच) के साथ महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों के लिए सड़क संपर्क में सुधार के बारे में बातचीत कर रहा है।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के सलाहकार, श्री बशीर अहमद खान ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि यह आयोजन बहुत सफल होगा और पर्यटन में नई ऊंचाइयों को प्राप्त करने के लिए कार्य योजना प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर सरकार ने नए गंतव्यों की सूची को अंतिम रूप दे दिया है और इन स्थलों को लोकप्रिय बनाने के लिए आवश्यक बुनियादी ढाँचा तैयार करने के लिए काम कर रही है।
वार्तालाप सत्र, तकनीकी पर्यटन, प्रदर्शनियां, टूर ऑपरेटरों के बीच आपसी बातचीत के सत्र सहित कई दिलचस्प कार्यक्रम इस कार्यक्रम का एक हिस्सा हैं। श्री अरविंद सिंह, सचिव (पर्यटन), पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार और श्री सरमद हफीज, पर्यटन सचिव, जम्मू-कश्मीर सरकार सहित वरिष्ठ सरकारी गणमान्य लोगों द्वारा संबोधन और जम्मू-कश्मीर के पर्यटन क्षमता पर प्रस्तुतियाँ दी गई थीं।
12 अप्रैल 2021 को पूर्ण सत्र में विषयों पर चार पैनल चर्चाएँ भी शामिल थीं। ‘कश्मीर को अगले स्तर पर पसंदीदा पर्यटन स्थल के रूप में लेना’, ‘कश्मीर को और अधिक प्रभावशाली बनाना’, कश्मीर के विविध पर्यटन उत्पादों को प्रदर्शित करना ‘वज़वान, ज़ाफ़रान, और शिकारा कहानी जारी है … ‘और मास्टर शेफ पंकज भदौरिया के साथ एक ‘चाय पे चर्चा’ विषय पर वार्तालाप हुआ। पर्यटन विभाग, जम्मू-कश्मीर सरकार ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद प्रसिद्ध डल झील में एक लेजर शो का आयोजन किया। वियतनाम और केन्या के राजनयिकों सहित महत्वपूर्ण मेहमानों के लिए सुरम्य रॉयल स्प्रिंग्स गोल्फ कोर्स, श्रीनगर में एक गोल्फ टूर्नामेंट भी आयोजित किया जा रहा है।