अवैध शस्त्रों पर अंकुश लगाने में पुलिस नाकाम, अपराधियों का हौसला बुलंद-अबैध शस्त्र सुशोभित अपरधियों की गिरफ्तारी का सिलसिला लगातार जारी

अवैध शस्त्रों पर अंकुश लगाने में पुलिस नाकाम, अपराधियों का हौसला बुलंद-अबैध शस्त्र सुशोभित अपरधियों की गिरफ्तारी का सिलसिला लगातार जारी

हमीरपुर जिले के थाना राठ पुलिस ने दिनांक 26 जनवरी 2025 को एक अभियुक्त शाहिद पुत्र शफीक को गिरफ्तार किया, जिसके पास से 315 बोर का एक अवैध तमंचा और एक खोखा कारतूस बरामद किया गया। अभियुक्त के खिलाफ आर्म्स एक्ट की धारा 9/25 के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे न्यायालय भेजा गया।

हालांकि, यह गिरफ्तारी पुलिस की सफलता के रूप में पेश की जा रही है, लेकिन यह सवाल उठता है कि आखिर पुलिस अब तक अवैध शस्त्रों की जड़ तक क्यों नहीं पहुंच पाई है?

उत्तर प्रदेश में अवैध शस्त्र निर्माण और तस्करी का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है। अपराधियों को तमंचा और कारतूस आसानी से उपलब्ध हो रहे हैं। यह स्थिति पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े करती है। अवैध शस्त्र कारखाने क्षेत्र में खुलेआम संचालित हो रहे हैं, लेकिन पुलिस इनकी तह तक जाने से कतराती दिख रही है।

बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और तंगहाली के चलते लोग अवैध शस्त्र निर्माण और तस्करी जैसे आपराधिक कार्यों में शामिल हो रहे हैं। इसके बावजूद, पुलिस की लापरवाही के कारण इन गतिविधियों पर कोई ठोस रोक नहीं लगाई जा रही।

कारतूसों की कालाबाजारी ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। अपराधियों को न केवल अवैध शस्त्र, बल्कि कारतूस भी आसानी से मिल रहे हैं। बार-बार मीडिया में इन मुद्दों को उजागर करने के बावजूद पुलिस का निष्क्रिय रवैया चिंताजनक है।

यह स्पष्ट है कि पुलिस की नीतियों और कार्यशैली में सुधार की सख्त जरूरत है। यदि समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो यह स्थिति कानून-व्यवस्था के लिए बड़ी चुनौती बन सकती है।

 

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