प्रसिद्ध चिंतक , लेखक व सामाजिक कार्यकर्त्ता विक्रम चौरसिया ” युवा प्रतिभा रत्न अवार्ड 2021 ” ( पहले स्थान पर है) से दिल्ली में होंगे सम्मानित ।।
प्रसिद्ध चिंतक , लेखक व सामाजिक कार्यकर्त्ता विक्रम चौरसिया ” युवा प्रतिभा रत्न अवार्ड 2021 ” ( पहले स्थान पर है) से दिल्ली में होंगे सम्मानित ।।
संस्थापक एवं महासचिव राष्ट्रीय बाल युवा नारी जागृति मंच(दिल्ली) के मुकेश कुमार भोगल ने बताया कि विक्रम चौरसिया को उनके सामाजिक , साहित्यिक ,सांस्कृतिक व शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए आगामी 8 मार्च,अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में ‘युवा प्रतिभा रत्न अवार्ड-2021’ से अलंकृत किया जाएगा, जो की इस पूरे 551 लोगो के लिस्ट में विक्रम का नाम पहले स्थान पर है , वही दुसरे स्थान पर डॉक्टर रुबी सिंह है ,जो की जीएल विश्वविद्यालय की प्रोफ़ेसर व प्रसिद्ध लेखक के साथ ही सामाजिक कार्यकर्ता भी है ।इस अवसर पर भारत के केबिनेट मंत्री,बॉलीवुड अभिनेता व अभिनेत्री उपस्थित होंगे ,आपको बता दे की देश दुनिया में प्रसिद्ध चिंतक विक्रम क्रांतिकारी के नाम से प्रसिद्ध है। हर दिन इनके लेख भारत के समाचार पत्र में नजर आते हैं, समाचार निर्देश लोक, सदन इंदौर समाचार पत्र, आधुनिक राजस्थान, घटती घटना,फोर्थ पॉइंट, रेड हैन्डेड, जनसत्ता,अमर उजाला, दैनिक जागरण, इकोनॉमिक्स टाइम्स, बिजनेस स्टैंडर्ड, समाजिक, सांस्कृतिक, राजनीति, मंहगाई, गरीबी, जनसंख्या वृद्धि, बलात्कार ,यौन शोषण , हर तरह के विषय समाचार पत्रों में प्रतिदिन इनके लेख प्रकाशित होते हैं। संपादकों की पहली पसंद हैं ।विक्रम क्रांतिकारी आज अपनी लेखनी से सरकार और समाज को जागृत करने का हर संभव प्रयास करते हैं। अन्याय के खिलाफ अपने लेख से सोये हुए लोगों को जागरूक करने कोशिश करते हैं। आज युवाओं की पहली पसंद रोल मॉडल हीरो है विक्रम क्रांतिकारी आज का हर युवा विक्रम क्रांतिकारी बनना चाहता है। जीवन में सफलता कैसे प्राप्त होती हैं मंजिल की दिशा ही बदल देते हैं विक्रम संघर्ष की एक नई पहचान है पॉजिटिव सोच के एवं सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं इनके लेख ।विक्रम आईएएस अधेता के साथ ही मेंटर भी है । एक दिन विक्रम क्रांतिकारी चौरसिया जी आईएएस अफसर बनेंगे ।और देश और समाज में परिवर्तन की क्रांति लाएंगे ।उनकी लगन मेहनत इस बात का साक्षात सबूत हैं । बालिका,युवा व महिलाएं को भी सम्मानित किया जाएगा। आपको बता दें कि विक्रम अपने स्कूल समय से ही वंचित तबकों के लिए आवाज उठाते आ रहे है,वही कौन भूल सकता है जब 2012 में निर्भया कांड हुआ था ,तब विक्रम 12 वीं कक्षा का छात्र थे , उस छोटी सी उम्र में भी कई कई दिनों तक घर ना जाते दिन रात आंदोलन स्थल पर रहते ,रेखा मोदी के साथ भूख हड़ताल से लेकर प्रदर्शन तक करते रहे न्याय दिलाने के लिए फिर दिल्ली तक संसद घेराव में आएं , हमेशा आवाज अन्याय के खिलाफ उठाते रहे है।
विक्रम चौरसिया के इस उपलब्धि पर विक्रम के पिता श्री नीरज चौरसिया जी के साथ ही वरिष्ट सोशल एक्टिविस्ट अनिता , दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसर व साथीगण के साथ ही प्रख्यात गांधीवादी सुरेश चंद्र रोहरा व समस्त परिवार के सदस्यों के साथ ही देश व विदेशों के सुभचिंतको ने खुशी जाहिर करते हुए शुभकामनाएं दी है, जैसा कि हम जानते ही हैं की अपने स्कूल समय से ही विक्रम वंचितों के लिए आवाज उठाते रहे है , निर्भया कांड होने पर तो बहुत दिनों तक भूख हड़ताल पर पटना में रेखा मोदी के साथ बैठे रहे ,जो आज भी अनवरत चलता ही जा रहा है,इससे पहले भी विक्रम को नशा मुक्ति , महीला सशक्तिकरण व वंचित बच्चों के लिए काम करने के लिए “2019 का प्रेरणा आइकॉन अवार्ड ” , राष्ट्रीय कैमूर रत्न अवार्ड , राष्ट्रीय गौरव अवार्ड 2020, भगत सिंह अवार्ड जैसे राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित हो चुके है ।
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शुभ चिंतक – शैलेन्द्र पयासी कटनी मध्यप्रदेश से युवा साहित्यकार की रिपोर्ट