शिरडी साई बाबा स्कूल, निस्वारा में बच्चों ने खेली रंगों की होली, अबीर-गुलाल से गूंजा माहौल
शिरडी साई बाबा स्कूल, निस्वारा में बच्चों ने खेली रंगों की होली, अबीर-गुलाल से गूंजा माहौल
प्रवीण कुमार
पनवाड़ी, महोबा
पनवाड़ी विकासखंड के निस्वारा स्थित साईं धाम स्कूल में होली के शुभ अवसर पर बच्चों ने जमकर रंगों की बौछार की। छात्र-छात्राओं ने अबीर-गुलाल उड़ाकर एक-दूसरे को होली की शुभकामनाएं दीं। इस दौरान विद्यालय परिसर में रंगों की छटा बिखर गई और माहौल उल्लासमय हो उठा।
विद्यालय के इंचार्ज उपेंद्र द्विवेदी ने इस अवसर पर छात्रों को रासायनिक रंगों से बचने और हर्बल रंगों का प्रयोग करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि केमिकल युक्त रंग त्वचा पर दुष्प्रभाव डाल सकते हैं, इसलिए प्राकृतिक रंगों और फूलों से होली खेलनी चाहिए। साथ ही, उन्होंने जल संरक्षण पर जोर देते हुए कहा, “जल को हम बना नहीं सकते, इसका संचय ही एकमात्र उपाय है। हर बूंद पानी अनमोल है।”
इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक प्रदीप कुमार, रामप्रकाश विश्वकर्मा, नितिन विश्वकर्मा, राम सिंह, खेम चंद्र रायकवार समेत पूरा स्टाफ मौजूद रहा। सभी ने मिलकर होली के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व पर चर्चा की और भक्त प्रह्लाद व होलिका की कथा के माध्यम से इस पर्व के मूल संदेश को समझाया।
श्री चंद्रभान सिंह कॉन्वेंट स्कूल में भी होली का रंगारंग उत्सव
दूसरी ओर, पनवाड़ी गांव स्थित श्री चंद्रभान सिंह कॉन्वेंट स्कूल में भी गुरुवार को होली का भव्य आयोजन हुआ। होली की छुट्टी से पहले, छात्र-छात्राएं पूरे जोश के साथ अपने घरों से अबीर-गुलाल लेकर आए और शिक्षकों के साथ हर्बल रंगों से होली खेली।
विद्यालय के प्रबंधक जितेंद्र सिंह राजपूत ने बच्चों को होली का महत्व बताते हुए जल बचाने और पर्यावरण के अनुकूल होली मनाने की अपील की। उन्होंने कहा, “होली केवल रंगों का पर्व नहीं, बल्कि प्रेम और भाईचारे का प्रतीक भी है। यह त्योहार हर धर्म, संप्रदाय और जाति के बंधन को तोड़कर समाज में एकता और सौहार्द का संदेश देता है।”
इस अवसर पर प्रधानाध्यापक मु. रईस, शिक्षक महेंद्र तिवारी, मनीष चतुर्वेदी, मुकेश कुमार, रहमान, देवेंद्र पाल, और शिक्षिकाएं पूजा, महक, प्रतीक्षा, आराधना, छाया, लकी आदि उपस्थित रहीं।
दोनों विद्यालयों में होली का यह आयोजन हर्षोल्लास और सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ, जिसमें बच्चों और शिक्षकों ने मिलकर इस पावन पर्व की खुशियां मनाईं।