उत्तर प्रदेश पुलिस की चर्चा का विषय बनी लेडी डॉन अलीशा अंसारी: अपराध, पहचान और विवादों की लंबी फेहरिस्त
उत्तर प्रदेश पुलिस की चर्चा का विषय बनी लेडी डॉन अलीशा अंसारी: अपराध, पहचान और विवादों की लंबी फेहरिस्त
उन्नाव, उत्तर प्रदेश – कुख्यात महिला अपराधी अलीशा अंसारी, जो खुद को कभी फिरदौस परवीन के नाम से पहचानती है, हाल के दिनों में उत्तर प्रदेश पुलिस और बार काउंसिल प्रयागराज के बीच चर्चा का मुख्य केंद्र बनी हुई है।
अलीशा अंसारी: अपराध और पहचान का दोहरा खेल
अलीशा अंसारी का नाम उन्नाव और कानपुर जिलों में दर्ज दर्जनों संगीन मामलों से जुड़ा है। इन अपराधों में लूट, चोरी, अनैतिक व्यापार, और यहां तक कि हत्या के प्रयास जैसी गंभीर धाराएं शामिल हैं।
पहचान का खेल
वोटर लिस्ट और दस्तावेज़ों में विवाद:
2000 से 2024 तक उन्नाव की वोटर लिस्ट में अलीशा अंसारी का नाम दर्ज है।
2011 में एसबीआई शुक्लागंज शाखा में खोले गए खाते और कानपुर से जारी पैन कार्ड में भी अलीशा अंसारी का नाम सामने आता है।
वहीं, आधार कार्ड में 2007 से फिरदौस परवीन नाम दर्ज है।
नकली प्रमाणपत्र और फर्जी दस्तावेज़:
अलीशा पर आरोप है कि उसने अपनी सौतेली बहन फिरदौस परवीन का नाम और एलएलबी की डिग्री का दुरुपयोग किया। नकली प्रमाणपत्रों के माध्यम से वह खुद को अधिवक्ता बताकर उन्नाव बार एसोसिएशन में काम कर रही है।
अपराधों की फेहरिस्त
2016: थाना जूही, कानपुर में धारा 380 और 411 के तहत मामला दर्ज।
2023: गंगाघाट, उन्नाव में झूठे मुकदमे की साजिश का आरोप।
2024: पत्रकार नफीस खान पर झूठे आरोप लगाकर मामला दर्ज कराया, और जान से मारने की कोशिश।
पत्रकार पर हमला और प्रशासन की भूमिका
पत्रकार नफीस खान ने अलीशा के काले कारनामों को उजागर किया था। इसके जवाब में, अलीशा और उसके साथियों ने पत्रकार पर झूठा मुकदमा दर्ज कराया। हाल ही में, उन्नाव न्यायालय से पेशी के बाद पत्रकार पर जानलेवा हमला भी किया गया।
बार काउंसिल प्रयागराज का आदेश और कानूनी कार्रवाई
बार काउंसिल प्रयागराज ने अधिवक्ताओं पर संगीन धाराओं के मामलों की जांच के लिए सभी जिलों को आदेश जारी किया है। हालांकि, अलीशा अंसारी के खिलाफ अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
क्या होगा अलीशा अंसारी का भविष्य?
उत्तर प्रदेश के तेजतर्रार अधिकारी, उन्नाव पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर, इस मामले में क्या कदम उठाएंगे, यह देखना बाकी है। क्या अलीशा अंसारी के अपराधों की जांच होगी? या फिर यह मामला भी रफा-दफा हो जाएगा?
(रिपोर्ट: नफीस खान)
(उत्तर प्रदेश पुलिस और बार काउंसिल प्रयागराज से प्रतिक्रिया का इंतजार)