संदिग्ध परिस्थितियों में ढाबा संचालक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
संदिग्ध परिस्थितियों में ढाबा संचालक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
हमीरपुर: जिले के सरीला तहसील के जलालपुर थाना क्षेत्र के धौहल गांव में एक 30 वर्षीय ढाबा संचालक ने संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। यह घटना शनिवार दोपहर की है, जब मृतक सतेंद्र पुत्र शिवमोहन कुशवाहा ने अपने ढाबे के पास बने एक कमरे में रस्सी के फंदे से फांसी लगाई। इस घटना से पूरे गांव में सनसनी फैल गई और मृतक के परिवार में कोहराम मच गया।
घटना का विवरण
सतेंद्र धौहल गांव के पास सड़क किनारे ढाबा संचालित करता था और परिवार का भरण-पोषण इसी से करता था। शनिवार को जब गांव के लोगों ने उसे कमरे में फांसी के फंदे पर लटका हुआ देखा, तो तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी। जलालपुर थाना प्रभारी के अनुसार, रविवार दोपहर को मृतक के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
मृतक का परिवार और स्थिति
सतेंद्र के परिवार में पत्नी रामवती, मां ररामबाई, छोटा भाई वीरेंद्र, दो पुत्र (दिव्यांश, 6 वर्ष और हर्षित, 4 वर्ष), चार पुत्रियां (रीना, प्रियंका, रश्मि और 6 माह की दीपिका) हैं। इस घटना के बाद से परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।
संदेह और पुलिस कार्रवाई
मामले की जांच कर रही पुलिस का कहना है कि घटना के पीछे के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है। पुलिस ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मृत्यु के सही कारणों का पता चल पाएगा। प्राथमिक जांच में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिससे यह घटना और भी संदिग्ध प्रतीत हो रही है।
गांव में शोक की लहर
सतेंद्र की मौत से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। ग्रामीणों के अनुसार, सतेंद्र एक मेहनती और मिलनसार व्यक्ति था। उसने अपनी मेहनत के बल पर ढाबा खोलकर अपने परिवार का जीवन-यापन शुरू किया था।
आवश्यक कदम और अनुरोध
स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने मामले में निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है। मृतक के परिवार ने भी इस घटना के पीछे के कारणों का पता लगाने की मांग की है।
यह घटना न केवल सतेंद्र के परिवार के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए एक दुखद और चिंतनशील स्थिति है। मानसिक स्वास्थ्य और समस्याओं का समाधान खोजने के लिए जागरूकता और सहायता की जरूरत है।