रंग बिरंगे रंग हैं, छाए सबके अंग।
दोहा मुक्तक
विषय-होली रंग 1- रंग बिरंगे रंग हैं, छाए सबके अंग। रंग गुलाबी शान है, सबसे प्यारा रंग ।।
दोहा मुक्तक
विषय-होली रंग 1- रंग बिरंगे रंग हैं, छाए सबके अंग। रंग गुलाबी शान है, सबसे प्यारा रंग ।।
*सच्ची सेवा—भावना* एक संत ने एक विश्व-विद्यालय आरंभ किया। इस विद्यालय का प्रमुख उद्देश्य था ऐसे संस्कारी युवक-युवतियों का निर्माण
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Read more*मतलब* *************** मतलब की इस दुनियाँ के जब रंग देखे मैने हजार । सर थाम के बैठा तब से और
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Read moreगीत
(15-14)
फूटी है किस्मत हमारी, टपकें आँखन सें पानी। गौरा की चिंता सताती, गाथा बाबा की जानी।। 1-