बम-बम बाबा भोले, खाये भाँग के ही गोले,
*माँ शारदे को नमन*
दिनांक – 11/03/2021
दिन — गुरुवार
विधा – *कुंडलिया छंद*
विषय – *शिव महिमा*
बम-बम बाबा भोले,
खाये भाँग के ही गोले,
धतूरे का हर दिन,
करे रसपान है ।
गंगाजल लेकर आते,
दूध संग ही चढ़ाते,
शिवलिंग पूजे सब,
कहे भगवान हैं ।।
नीलकंठ कहलाते,
महादेव भी बतातेँ,
शिव महिमा की सारे,
करते बखान हैं ।
कैलाश पर विराजे,
नाग गले में है साजे,
झट से महेश हमें,
देते वरदान हैं ।।
*राजकुमार छापड़िया*
मुंबई, महाराष्ट्र