मिलन आस मन में छाये। वन गीत मधुर मुरली गाये।।
तर्ज- हरे बांस मंडप छाये—- 🥀गीत🥀 💥🌼💥🌼💥🌼💥 मिलन आस मन में छाये। वन गीत मधुर मुरली गाये।। जब मोहन की
Read moreतर्ज- हरे बांस मंडप छाये—- 🥀गीत🥀 💥🌼💥🌼💥🌼💥 मिलन आस मन में छाये। वन गीत मधुर मुरली गाये।। जब मोहन की
Read more🥀भुजंगी छंद🥀 विधान~ [यगण यगण यगण+लघु गुरु] ( 122 122 122 12 11 वर्ण, 4 चरण [दो-दो चरण समतुकांत] 💥🌼💥🌼💥🌼💥🌼
Read more🥀 नील छंद🥀 विधान~[(भगण×5)+गुरु ] 211 211 211 211 211 2 16वर्ण,यति ,4 चरण दो-दो चरण समतुकांत। 💥🌼💥🌼💥🌼💥🌼💥🌼💥 हे मन
Read more🥀ग़ज़ल🥀 बह्र- (221 2121 1221 212) काफ़िया- आ स्वर रदीफ़-चला विषय-गुब्बारा वाला 💥🌼💥🌼💥🌼💥🌼💥🌼 गुब्बारे बेचने के लिए मौज से चला।
Read more🥀पर्यावरण संरक्षण🥀 💥🌼💥🌼💥🌼💥🌼💥🌼💥 पर्यावरण का स्वच्छ होना व दूषित होना दौनों ही मानव जीवन पर गहरा प्रभाव डालते हैं यदि
Read more🥀ताटंक छन्द🥀 💥🌼💥🌼💥🌼💥 हिन्द देश की वीर शेरनी, रण में हार न मानी थी। छक्के छुड़ा दिये दुश्मन के, झाँसी
Read more🥀बरवै छंद🥀 शिल्प~[सम पदों में12 मात्राएँ विषम पदों में 7 मात्राएँ] 🌸🌿🌸🌿🌸🌿🌸🌿🌸 सुँदर सोलह श्रृंगार,कर प्रिय प्रीत। चुनरी सतरँगी धार,भर
Read more🥀ताटंक छन्द🥀 🏐🌸🏐🌸🏐🌸🌼🏐 हाँ सच मुच शरद पूर्णिमा है, अमृत वर्षा होती है। सोलह कला शशी पर सोहें, श्री हरि
Read more🥀ताटंक छन्द🥀 🌸🥀🌸🥀🌸🥀 कारोवार अबैध सुहाते, सलिला सुरा रसाती है। गाँजो देखो खूब विकाते, लक्ष्मी जेब समाती है।। वेरुजगारी बड़ी
Read more🥀लावड़ी छंद🥀 🌿🥀🌼🌿💐🥀🥀 मन्द मन्द वहतीं हैं यमुना, कल कल कल कल करतीं हैं। रवी किरण सरिता में पड़तीं, तारा
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