पवन छंद
पवन छंद ———— शिल्प~ [भगण तगण नगण सगण] (211 22, 1 111 112) 12 वर्ण प्रति चरण,यति{5,7} 4 चरण, 2-2
Read moreउल्लाला छंद (विषम चरणी) ——————————- तुम लगन लगालो राम से। प्यारा जिनका धाम है।। तुम लगन लगा लो श्याम से।
Read moreचौपाई छंद 🌸🌸🌸🌸🌸🌸 कान्हा तू घट-घट का वासी। तेरे दर्शन की अभिलाषी।। तुम विन कान्हा कोन उबारे। भव सागर में
Read moreलावणी छंदाधारित गीत ——————————- बनकर झाड़ू मात तुम्हारी, करूँ साफ कचड़ा भारी। रहकर माँ के कर कमलों में, हरूँ आज
Read moreराधारमण छंद ——————————– विधान~ [नगण नगण मगण सगण] (111 111 222 112) 12 वर्ण,4 चरण दो-दो चरण समतुकांत] ——————————– 1-
Read moreप्रदीप छंदाधारित श्री गणेश जी की वंदना —————————— धूम्र केतु का पूजन करलो, प्रथम पूज्य गजराज हैं। भाल चन्द्र को
Read moreगिरिधारी छंद ——————————– विधान~ [ सगण नगण यगण सगण ] ( 112 111 122 112) 12 वर्ण,4 चरण दो-दो चरण
Read moreगंगोदक सवैया (ऽ।ऽ रगण×8) ——————————— सृजन शब्द-ज्ञान गंगा ——————————— 212 212 212 212, 212 212 212 212 ——————————— 1- ज्ञान
Read moreदोहा छंद आधारित मुक्तक ———————————— सन 1987 से आज तक सुगिरा श्री जुगल किशोर जु मूर्ति चोरी काण्ड में निष्क्रियता
Read moreजोगीरा ——————————– अपनी-अपनी ढपली बजती, अपना-अपना राग। अब मत सोते रहना सज्जन, अबतो जाओ जाग।। जोगीरा सारा रा रा रा—–
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