पंद्रह अगस्त फिर आया
*पंद्रह अगस्त फिर आया* करो नमन भारत वीरों को पंद्रह अगस्त है फिर आया । वीरों के ही बलिदानों से
Read more*पंद्रह अगस्त फिर आया* करो नमन भारत वीरों को पंद्रह अगस्त है फिर आया । वीरों के ही बलिदानों से
Read more“गीतिका” सभी पंक्षी हुए बेघर ***** न आती याद यदि तेरी, न मेरा मन मचलता यों। न पलकों पर सपन
Read more*करो सद्व्यवहार* आज बढ़े हैं दुर्जन जग में, देखो कम हो रहे सुजान। चार शब्द क्या सीख लिए हैं, समझ
Read moreअग्र छन्द आधारित गीति काव्य विधान~ (तगण×7+ गुरु गुरु) विशेषता- अधर(होंठ से होंठ स्पर्श रहित) ————————– 221 221 221 22
Read moreशीर्षक – मैं एक नारी हूँ। _________________________________________ मैं अबला नहीं, असहाय नहीं, ना ही बेचारी हूँ। मैं गर्व से कहती
Read moreअनुकूला छंद विधान- [भगण तगण नगण+गुरु गुरु] ( 211 221 111 22 11 वर्ण, 4 चरण [दो-दो चरण समतुकांत —————————–
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