मनहरण घनाक्षरी
मनहरण घनाक्षरी —————————————— सिर पर तिलक है,बंद हर पलक है, सुखमय झलक है,देख भोले नाथ की। मुंडन की माल डाल,चलें
Read moreमनहरण घनाक्षरी —————————————— सिर पर तिलक है,बंद हर पलक है, सुखमय झलक है,देख भोले नाथ की। मुंडन की माल डाल,चलें
Read moreगीत- (उल्लाला(विषम चरणी)+ छप्पय छन्द पर आधारित) —————————— सेंदुर की डिब्बी साथ में। बहना लाई आस में।। है रक्षा बंधन
Read moreउल्लाला छंद आधारित युगल प्रेम गीत ————————— तुम आओ मेरे साथ में, घूमें जाकर हाट में। चल बैठें साजन शौक
Read moreगीत -रचा इतिहास नीरज मात्रा -16, 12 पदांत 22 रचा नया इतिहास जगत में, स्वर्णिम नाम कमाया। माॅ॑ भारती का
Read more*साँची-सुरभि* *जीवन अनमोल* *द्रुतविलम्बित छंद* मनुज जन्म मिला अनमोल है । अमृत का यह तो शुचि घोल है । अब
Read more*चोरी-चोरी चुपके-चुपके, माधव अन्तर्ध्यान है।…* *नटखट कान्हा वसन चुराकर,छेड़े मुरली तान है।…* जल क्रीड़ा आनंद उठाती, नित्य गोपियाँ वृन्द है।
Read more