भारत का धर्म
भारत का धर्म ************ मेरा अपना धर्म वसुधैव कुटुंबकम जाति पाति से दूर निंदा नफरत से मुक्त प्रेमभाव, सद्भाव आपसी
Read moreभारत का धर्म ************ मेरा अपना धर्म वसुधैव कुटुंबकम जाति पाति से दूर निंदा नफरत से मुक्त प्रेमभाव, सद्भाव आपसी
Read moreशुभ दिन पंद्रह अगस्त आया शुभ दिन पंद्रह अगस्त, खूब मचाओ शोर। पाने को आजादी सबने, अथक लगाया जोर। हँसकर
Read more*महाभुजंगप्रयात सवैया* *122 122 122 122 ,122 122 122 122* ~~~~~~~~~~~~~ ~~~~~~~~~~~~~ *विषय —– भावना* कहूँगी यहाँ भावना आज मैं
Read more*पंद्रह अगस्त फिर आया* करो नमन भारत वीरों को पंद्रह अगस्त है फिर आया । वीरों के ही बलिदानों से
Read more“गीतिका” सभी पंक्षी हुए बेघर ***** न आती याद यदि तेरी, न मेरा मन मचलता यों। न पलकों पर सपन
Read more*करो सद्व्यवहार* आज बढ़े हैं दुर्जन जग में, देखो कम हो रहे सुजान। चार शब्द क्या सीख लिए हैं, समझ
Read moreअग्र छन्द आधारित गीति काव्य विधान~ (तगण×7+ गुरु गुरु) विशेषता- अधर(होंठ से होंठ स्पर्श रहित) ————————– 221 221 221 22
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