दिन भर का भूला यदि शाम को घर आ जाए उसे भूला नहीं कहते-विचारणीय
दिन भर का भूला यदि शाम को घर आ जाए उसे भूला नहीं कहते-विचारणीय
महोबा/महोबा जनपद के सलैया खालसा ग्राम के निकट नहर में डूबकर एक युवक की मौत हो गयी थी जिसकी ब्रेकिंग न्यूज़ सूत्रों से प्राप्त होने पर पत्रकार धर्मेद्र कुमार द्वारा प्रकाशित की गई थी जिसमें कुछ त्रुटि पत्रकार धर्मेंद्र कुमार द्वारा सूत्रों की गलती के कारण हो गयी थी किन्तु पत्रकार धर्मेंद्र कुमार ने खबर की सत्यता की तत्काल प्रभाव से जाँच करवाई व अपनी गलती को स्वीकारते हुए सत्यता को सबके सामने रखा ।
इसके वावजूद भी पत्रकार धर्मेंद्र कुमार के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया ।
धर्मेंद्र कुमार पत्रकार सदैव सामाजिक मुद्दों पर निष्पक्ष खबर लिखते हैं कभी कभी गलती हो जाती है।
जिनको पत्रकार धर्मेंद्र कुमार द्वारा सुधार किया गया था व सत्य खबर से सबको अवगत भी करवाया था ।
इस तरह यदि पत्रकार से किसी कारण वश चूक हुई है तो उसे गलती स्वीकारने पर क्षमा करना जिम्मेदार अफसरों का कर्तव्य बनता है।
गलतियाँ सबसे होती हैं पर जो गलती होने पर सुधार करले वह दोषी नहीं होता।
नेटवर्क टाइम्स