जीवन जीना सीख ले, सुन संतों के बोल ,

*हरि शरणम्*

मुक्तक
——–

जीवन जीना सीख ले, सुन संतों के बोल ,
भटकन सारी छोड़ दे, रे मन आँखें खोल ,
ईश्वर की कर साधना, हृदय कलुष कर साफ –
यह जीवन सुखमय बने, सुधर जाय परलोक ।।
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मुरारि पचलंगिया

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