गणपति
*माँ शारदे को नमन*
*गणपति*
गणेश चतुर्थी की है तैयारी ।
विनती सुन गणपति हमारी ।।
गौरी के तुम गणनायक हो,
विघ्नहर्ता तुम विनायक हो,
मूषक की सदा करो सवारी ।
विनती सुन गणपति हमारी ।।
मोदक का हम भोग लगाते,
लड्डू बेहद पसन्द हैं आते,
सर्वप्रथम पूजन हो तुम्हारी ।
विनती सुन गणपति हमारी ।।
रिद्धि-सिद्धि, के तुम दाता,
शिव के पुत्र, पार्वती माता,
पूरन कर मनोकामना सारी ।
विनती सुन गणपति हमारी ।।
*राजकुमार छापड़िया*