जिंदगी से दोस्ती
विषय-जिंदगी से दोस्ती
अभी जिंदगी से दोस्ती कर लिजिए ।
भूला सारे आप गमों फिर दिजिए ।।
खुशी दूसरों को हम गर दे तो,
खुशी हमें भी मिलेगी,मान लिजिए ।
दीन- हीन के दुखो बाँटते हम चले,
खुशी जिंदगी की अब यही मान लिजिए ।
सभी जिंदगी के अपने किस्से है,
सुख -दुख के हिस्से बने मान लिजिए ।
ना हार जिंदगी इस कदर राह में ,
बढ़े जिंदगी में सफर मान लिजिए ।
रख हौसला जिंदगी जीने का तू,
हार मान मत, खत्म जिंदगी किजिए ।
सफर जिंदगी में आगे ही बढ़ तू,
मंजिल तुझको , मिलेगी जान लिजिए ।
कर्म पंथ पर चल, सुख की चाह न कर,
अपनाकर दर्द ,दोस्ती गमों से कीजिए ।
सब में प्रेम बाँटिये, मन में प्रिती धरे,
राग द्वैष को दूर प्रीत से कीजिए ।।
स्वरचित/मौलिक
योगिता चौरसिया
मंडला म.प्र