पंजाब कांग्रेस में चला नवजोत सिंह सिद्धू का सिक्सर
पंजाब कांग्रेस में चला नवजोत सिंह सिद्धू का सिक्सर
नवजोत सिंह सिद्धू का जन्म पंजाब के पटियाला शहर में 20 अक्टूबर 1963 को हुआ था।
सिद्धू बचपन से ही क्रिकेट के खेलने की शौकीन थे ।
बचपन में गली मोहल्ले स्कूल कालेज में किक्रेट खेला करते थे। अनेक टूर्नामेंट में उनके अच्छे प्रदर्शन के बाद उन्हें पंजाब की अंडर-19 टीम में शामिल किया। गया ।
और रणजी ट्रॉफी खेलने का भी अवसर प्राप्त हुआ।
इसके बाद उनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल कर लिया गया। खेलने का अवसर प्राप्त हुआ।
भारतीय क्रिकेट टीम में ओपनिंग बल्लेबाजी करते थे।
नवजोत सिंह सिद्धू और किस तरह गेंद को बाउंड्री के बाहर चौके और छक्कों में तब्दील करना है।
ऐ सिद्धू को अच्छी तरह से आता था।
क्रिकेट मैच वनडे और टेस्ट में सिद्धू ने राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में बहुत नाम कमाया और देश का नाम रोशन किया कई ट्राफी सिद्धू के रहते हुए। भारतीय टीम ने जीती।
2001 में भारतीय टीम ने श्रीलंका दौरे पर गई थी
जब नवजोत सिंह सिद्धू ने क्रिकेट कमेंट्री की शुरुआत की थी
ईएसपीएन,टेन स्पोर्ट्स, जैसे चैनलों के साथ सिद्धू का अनुबंध था ।
क्रिकेट की इनिंग्स पारी समाप्त होने के बाद क्रिकेट के शो में पैनल टीम पर वह हमेशा ही विश्लेषण करते थे ।
मैच के की स्थिति का पूरा विवरण दर्शकों के बीच अपने विचार व्यक्त करते थे।
और विज्ञापन, एडवरटाइज़िंग नवजोत सिंह सिद्धू करते थे ।
और टीवी स्क्रीन पर हमेशा दिखाई देते थे।
छोटे पर्दे पर चर्चित शो सलमान खान की बिग बॉस, लाफ्टर चैलेंज , कमेड़ी विथ कपिल, सिद्धू हमेशा नजर आते थे ।
इस कार्यक्रम में भी उन्होंने काफी सुर्खियां बटोरी,
और हां अपने हंसी मजाक चुटकुलों से दर्शकों को लोटपोट कर दिया।
हमेशा नवजोत सिंह सिद्धू श्रोताओं के दिलों में राज करते हैं।
सिद्धू ने क्रिकेट को अलविदा कहा तो उन्होंने अपना रुख राजनीति की ओर किया।
सिद्धू सन 2004 में लोकसभा चुनाव भाजपा की टिकट अमृतसर से जीता।
इसके बाद सन 2,007 में उपचुनाव में उन्होंने कांग्रेस के पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह सिंगला को भारी अंतर से हराया और अपनी जीत का लोहा मनवाया।
पंजाब के साथ पूरे देश में नवजोत सिंह सिद्धू की लोकप्रियता काफी है शेर दिल अजीज है नवजोत सिंह सिद्धू सबके चहेते हैं ।
नवजोत सिंह सिद्धू राज्यसभा सांसद भी रहे ।
भारतीय जनता पार्टी में नवजोत सिंह सिद्धू स्टार प्रचारक की लिस्ट में हमेशा रहे ।
और चुनाव प्रचार करते रहे लेकिन भाजपा परिवार में कुछ मुद्दों और बातों को लेकर उनकी बात नहीं बनी ।
इस कारण उन्होंने पार्टी छोड़ कर कांग्रेस ज्वाइन कर ली।
अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अधिवेशन में 2018 सिद्धू ने सोनिया गांधी मनमोहन सिंह के लिए कसीदे गढ़े
शेर ओ शायरी सुनकर सिददू की उनके फैंस झूम उठते हैं ।
शेर ओ शायरी का कोई जबाव नहीं है ,
और पंजाब में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की भारी विजय का श्रेय नवजोत सिंह सिद्धू और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जाता है।
बीते 1 महीने से चला आ रहा पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच का विवाद थम गया है ।
नवजोत सिंह सिद्धू को कांग्रेस आलाकमान ने प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है
नवजोत सिंह सिद्धू ने 62 विधायकों के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की कमान मिलने के साथ शक्ति प्रदर्शन किया ।
और और श्री दरबार साहब और श्री दुग्र्याणा मंदिर में जाकर मत्था टेका।
और खटकड़ कला पहुंचकर शहीद भगत सिंह स्मारक में भी मत्था टेका सिद्धू ने।
और 62 विधायकों के समर्थन का पत्र भी सौंपा ।
पदभार ग्रहण करने के बाद स्वागत समारोह कार्यक्रम में नवजोत सिंह सिद्धू ने, मंच से पूर्व मंत्री राजेंद्र कौर भट्ठल एवं पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष लाल सिंह के पैर छुए।
लेकिन कैप्टन अमरिंदर सिंह की ओर देखा भी नहीं।
यह दोनों के बीच चला रहा बीते कुछ दिनों का विवाद ही इस बात का कारण है ।
कैप्टन सिद्धू के सामने झुकना नहीं चाहते।
ना सिद्धू कैप्टन के सामने माफी मांगना चाहते हैं।
कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी और राहुल गांधी से दिल्ली में मुलाकात करने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू आश्वस्त नजर आ रहे हैं। चिंता की कोई नहीं है इस समस्या का हल हो चुका है।
और फौजी कैप्टन अमरिंदर सिंह भी अपने अनुभव के साथ पंजाब कांग्रेस की सरकार को अच्छी तरीके से चला रहे हैं ।
और पार्टी के हित के लिए आखिरकार उन्हें भी नवजोत सिंह सिद्धू से सुलह करनी पड़ी ।
और पार्टी की दिशा निर्देश पर कार्य करने का आदेश स्वीकार कर लिया।
तारा टूट भी जाए,
जमीं पर कभी गिरता नहीं।
गिरते हैं हजारों दरिया समंदर में
कोई समंदर कभी दरिया में नहीं गिरता।
( नवजोत सिंह सिद्धू)
शैलेन्द्र पयासी (युवा लेखक) स्वतंत्र पत्रकार विजयराघवगढ़, कटनी ,मध्यप्रदेश