रोटी

रोटी 🍪

क्या है रोटी ??
ग़रीब के लिए आस है रोटी,
स्वाभिमानी का स्वाभिमान है रोटी,
रोटी नहीं मिलती तो जाने क्या हो जाता।

होता भी है बहुत कुछ,
जो किसी के बस में नहीं होता,
जीने वाला व्यक्ति न मिलने के डर में,
मरणाशन की स्थिति में पहुँच जाता है।

मरने वाला व्यक्ति भी,
रोटी के मिल जाने की आस में,
सपनों में भी जीने लगता है,
उसे स्वर्ग सा आभास होने लगता है।
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इसलिए कभी रोटी के प्रति अनादर न करें।
जिसे मिलती है उसे क़द्र नहीं होती और जिसे देखने को नहीं मिलता। उसके लिए स्वर्ण से भी अधिक कीमती है। यदि किसी को दो वक्त की रोटी नहीं खिला सकते तो उससे वह ज़रिया भी मत छीनो जिसके ज़रिए उसे अन्न की प्राप्ति होती हो।

गीतिका पटेल “गीत”
कोरबा, छत्तीसगढ़
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