भारतीय रेल ने पहले एसी थ्री टियर इकॉनमी क्लास कोच की शुरुआत की

भारतीय रेल ने पहले एसी थ्री टियर इकॉनमी क्लास कोच की शुरुआत की

कोच का परीक्षण-परिचालन सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है

इस कोच की यात्री क्षमता 83 बर्थ है

ये एलएचबी इकोनॉमी क्लास के कोच, आवश्यक मंजूरी के बाद, एलएचबी कोच के साथ चलने वाली सभी मेल / एक्सप्रेस ट्रेनों(राजधानी, शताब्दी और दुरंतो और जन शताब्दी आदि विशेष ट्रेनों को छोड़कर) में शामिल किए जाएंगे

भारतीय रेल की उत्पादन इकाई – रेलवे कोच फैक्ट्री, कपूरथला ने हाल ही में भारतीय रेल (आई आर) के पहले लिंके हॉफमैन बुश (एलएचबी)एसी थ्री टियर इकॉनमी क्लास कोच की शुरुआत की है। परीक्षण-परिचालन सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है।

यह एलएचबी एसी थ्री-टियर कोच का एक नया संस्करण है, जिसकी विशेषताएंनिम्न हैं: –

  1. यात्री डेक पर विद्युत पैनल के लिए कम जगह का इस्तेमाल, इससे यात्री को उपयोग के लिए अतिरिक्त जगह मिलेगी।
  2. यात्री क्षमता में वृद्धि, अब 83 बर्थ।
  3. दिव्यांगजन के लिए व्हीलचेयर के उपयोग के साथ एक सक्षम प्रवेश द्वार व कोच और व्हीलचेयर पहुंच के साथ दिव्यांगजन अनुकूल शौचालय का प्रावधान, सुगम्य भारत अभियान मानदंडों का अनुपालन।
  4. सभी बर्थ के लिए एसी डक्टिंग में अलग-अलग जालीदार-द्वार (वेंट)की सुविधा।
  5. आराम, कम वजन और बेहतर रखरखाव के लिए सीट और बर्थ के मॉड्यूलर डिजाइन।
  6. लम्बवत और अनुप्रस्थ दिशा में मुड़ने वाली स्नैक टेबलों से यात्री-सुविधा में वृद्धि, चोट लगने की संभावना में कमी; पानी की बोतल, मोबाइल फोन और पत्रिका रखने के लिए होल्डर।
  7. प्रत्येक बर्थ के लिए अलग-अलग रीडिंग लाइट और मोबाइल चार्जिंग पॉइंट।
  8. मध्य और ऊपरी बर्थ तक पहुँचने के लिए सीढ़ी का सुविधजनक व बेहतर डिज़ाइन।
  9. मध्य और ऊपरी बर्थ की ऊँचाई में वृद्धि से अतिरिक्त जगह।
  10. भारतीय और पश्चिमी शैली की शौचालयों की बेहतर डिजाइन।
  11. आरामदायक और सुन्दर प्रवेश द्वार।
  12. गलियारे में लाइट मार्कर।
  13. बर्थ का संकेत देने के लिए लाइट, जिसे नाईट लाइट से जोड़ा गया है तथा रोशनीयुक्त बर्थ संख्या संकेतक।
  14. अग्नि सुरक्षा मानकों के सन्दर्भ में विश्व बेंचमार्क का अनुपालन सुनिश्चित करते हुए ई एन 45545-2  एच एल 3सामग्री का उपयोग।

ये एलएचबी इकोनॉमी क्लास के कोच, आवश्यक मंजूरी के बाद, एलएचबी कोच के साथ चलने वाली सभी मेल / एक्सप्रेस ट्रेनों(राजधानी, शताब्दी और दुरंतो और जन शताब्दी आदि विशेष ट्रेनों को छोड़कर) में शामिल किए जाएंगे।

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