गंगा जी के घाट पर, बहती निर्मल धार । पावन तीरथ धाम में, हो जाता उद्धार ।।
*माँ शारदे को नमन*
दिनांक – 13/03/2021
दिन — शनिवार
विधा – कुंडलिया
विषय – *गंगा*
गंगा जी के घाट पर, बहती निर्मल धार ।
पावन तीरथ धाम में, हो जाता उद्धार ।।
हो जाता उद्धार, यहाँ जो पग धर देता ।
हरि धाम हरिद्वार, कुंभ का मेला लगता ।।
बोले राजकुमार, सभी का मन हो चंगा ।
करें कुंभ का स्नान, बड़ी मनभावन गंगा ।।
*राजकुमार छापड़िया*
मुंबई, महाराष्ट्र