प्रार्थना करते मुरारी आपसे। श्याम जी हमको बचाना पाप से।।
पीयूष वर्ष छंद —-
मापनी —-
2122-2122-212
परिचय — 19 मात्रा , 3 ,10, 17वीं मात्रा
लघु अनिवार्य
सृजन शब्द -प्रार्थना
1-
प्रार्थना करते मुरारी आपसे।
श्याम जी हमको बचाना पाप से।।
काँपते हैं काल तेरे नाम से।
आप रीझे राम जैसे काम से।।
2-
प्रार्थना सुनते विहारी आन के।
श्याम दीपक हैं जगाते ज्ञान के।।
श्याम बोलो आप भी अब शान से।
श्याम जी को मान प्यारा जान से।।
3-
प्रार्थना है श्याम मेरी आज ऐ।
श्याम जी आके बचाना लाज ऐ।।
आप मेरा आन कीजे काज ऐ।
आप ही हैं श्याम जी सुख राज ऐ।।
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🥀प्रभु पग धूल🥀
लक्ष्मी कान्त सोनी
महोबा
उत्तर प्रदेश