सर्दी के मौसम (जनवरी-फरवरी) और फरवरी 2021 मास के लिए जलवायु सारांश

सर्दी के मौसम (जनवरी-फरवरी) और फरवरी 2021 मास के लिए जलवायु सारांश

पूरे देश के लिए औसतन अधिकतम, औसतन न्यूनतम और औसतनमध्यम तापमान सामान्य से अधिक रहा

सामान्य तापमान की गणना के लिए 1981 से 2010 तक की अवधि पर आधारित जलवायु संबंधी डेटा का उपयोग किया गया है इसलिए विसंगति, 2021 में वास्तविक औसत तापमान- 1981-2010 के आंकड़ों के आधार पर सामान्य तापमान पर आधारित है

फरवरी मास के दौरान पूरे भारत में 1901 के बाद छठी सबसे कम वर्षा हुई है

फरवरी 2021 में दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में कुछ स्थानों पर भारी बारिशहोने की घटनाएं देखी गई हैं

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के अनुसार शीतकालीन (जनवरी-फरवरी) मौसम के तापमानों की विशेषताएं-

 

2021 के सर्दी के मौसमके दौरान पूरे देश के लिए वास्तविक औसतन अधिकतम, औसतन न्यूनतम और औसतनमध्यम तापमान 27.47ºसे., 15.39 से.और 21.43ºसे.रहा जबकि 1981 से 2010 की अवधि के दौरान सामान्य रूप से तापमान क्रमश: 26.70ºसे., 14.59ºसे.और 20.65ºसे.रहा था। इस प्रकार पूरे देश के लिए औसतन अधिकतम, औसतन न्यूनतम और मध्यम तापमान सामान्य से क्रमशः 0.77ºसे., 0.80ºसेऔर 0.78ºसेसे अधिक थे। 1981 से 2010 की अवधि पर आधारित जलवायु संबंधी आंकड़ोंका सामान्य तापमान की गणना करने के लिए उपयोग किया जाता है, इसलिए विसंगति,2021 में वास्तविक औसत तापमान- 1981-2010 के आंकड़ों के आधार पर सामान्य तापमान पर आधारित है। चित्र-1 में 1971-2021 के दौरान पूरे भारत के मौसमी औसतनअधिकतम, औसतन न्यूनतम और मध्यम तापमान की समय श्रृंखला को दर्शाया गया है। चार समरूप क्षेत्रों (उत्तर पश्चिम, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत, मध्य और दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत) का औसत तापमान चित्र 2 में दिया गया है।

 

फरवरी 2021 के महीने के तापमान की विशेषताएं

 

फरवरी 2021 के महीने के लिए भारत में मासिक औसत अधिकतम, औसत न्यूनतम और औसत तापमान का औसत और औसत तापमान (1981 से 2010 की अवधि) से देखा गया है। फरवरी 2021 के दौरान पूरे देश में तापमान क्रमशः 29.09ºसे., 16.01ºसे. और 22.55ºसे. रहा, जो सामान्य से ऊपर हैं।

 

उत्तर पश्चिम भारत में फरवरी 2021 के दौरान औसतन अधिकतम और मध्यम तापमान क्रमशः 24.4सें. और 16.92सें. रहा। उत्तर पश्चिमी भारत में फरवरी के दौरान अधिकतम और मध्यम तापमान सामान्य से अधिक रहा (क्रमशः 2.94से. और 2.11ºसे रहा जो, 1901 के बाद दूसरा सबसे अधिक तापमान है। चित्र-6 में 1971-2021 के दौरान उत्तर-पश्चिमी भारत में मासिक रूप से औसतन अधिकतम और मध्यम तापमान की समय श्रृंखला को दर्शाता है।

सर्दी के लिए मौसमी वर्षा का परिदृश्य (जनवरी से फरवरी 2021)

 

सर्दियों के मौसम के लिए पूरे देश में हुई वर्षा यह दर्शाती है कि लंबी अवधि औसत (एलपीए) औसत 40.8 मिमी की तुलना में 27.8 मिमी बारिश हुई जो 32 प्रतिशत कम है। दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में 56.1 मिमी बारिश हुई जो 1901 के बाद चौथी सबसे अधिक बारिश है। 1901 में (61 मिमी), 1986 (59.9 मिमी) और 1984 (59.2 मिमी) बारिश हुई थी।

मासिक वर्षा परिदृश्य (01 से 28 फरवरी, 2021)

 

पूरे देश में फरवरी, 2021 मास के दौरान हुई बारिश यह दर्शाती है कि 7.6 मिमी बारिश हुई जो लंबी अवधि औसत 23.5 मिमी से 68 प्रतिशत कम है। पूरे भारत में फरवरी के दौरान 1901 के बाद यह छठी सबसे कम बारशि थी।

 

भारी वर्षा की घटनाओं की आवृत्ति

 

फरवरी 2021 में दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई।

 

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