थाम लिया कर आज तिरंगा, करते हैं हम इससे प्यार। जो भी वार करेगा इस पर, काटूँगा सिर ले तलवार।।
🥀वीर छंद आल्हा🥀
1-
थाम लिया कर आज तिरंगा,
करते हैं हम इससे प्यार।
जो भी वार करेगा इस पर,
काटूँगा सिर ले तलवार।।
भारत माँ प्राणों से प्यारी,
इसको जानो चुम्बक यार।
जो तुम प्यार करोगे इससे,
लेता सिर पर अपने धार।।
जो तुम वार करोगे प्यारे,
दूरी से होता व्यवहार।।
2-
भरा तिरंगा तीन रंग से,
होता है जग में गुण गान।
केशरिया वल भरे वदन में,
हरदम रहता इसका मान।।
हरा रंग धरनी का गहना,
वृक्ष लगाने की मन ठान।
रँग सफेद सच्चाई इसकी,
जिससे है ऐ हरि की जान।।
3-
रमा कान्त का चक्र चले जब,
पापी करते हा हा कार।
दुश्मन मारे बीन बीन के,
ईश्वर हैं इसमें साकार।।
प्रभुपग हमसे मत उलझो तुम,
सीधी रहती हरदम मार।
धूल चटा देंगे पापी को,
तीखी है तेगा की धार।।
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🥀प्रभु पग धूल🥀
लक्ष्मी कान्त सोनी
महोबा
उत्तर प्रदेश