यह देश में गुणवत्ता और उत्पादकता से जुड़ी गतिविधियों को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक पहल है
मंथन: भारतीय उद्योग में गुणवत्ता और उत्पादकता को बढ़ावा देने पर केन्द्रित वेबिनार
यह देश में गुणवत्ता और उत्पादकता से जुड़ी गतिविधियों को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक पहल है
विनिमार्ण और सेवा क्षेत्र से जुड़े 45 प्रमुख क्षेत्रों में गुणवत्ता और उत्पादकता पर केन्द्रित वेबिनार उद्योग मंथन की मैराथन श्रृंखला का आयोजन 4 जनवरी 2021 से शुरु हो चुका है। यह आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी)वाणिज्य विभाग,भारतीय गुणवत्ता परिषद , राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद्, भारतीय मानक ब्यूरो , उद्योग मंडलों और विभिन्न संबधित मंत्रालयों की एक सामूहिक पहल है।
वाणिज्य एंव उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने 6 जनवरी 2021 को मंथन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा था कि आत्मनिर्भर भारत अभियान को सफल बनाने के लिए भारतीय उदद्योग जगत को गुणवत्ता और उत्पादकता पर विशेष ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि मंथन एक तरह से ‘हमारे काम करने के तरीकों और हमारी सोच में बड़े बदलाव का अग्रदूत होगा और भारत को एक वैश्विक शक्ति के रुप में उभरने का मजबूत आधार प्रदान करने के लिए याद किया जाएगा:’।
मंथन में पिछले चार सप्ताह के दौरान खिलौनों, चमड़ा, फर्नीचर, रसायन, पर्यटन, ड्रोन, वित्तीय सेवाओं आदि सहित विभिन्न विनिमार्ण और सेवा क्षेत्रों पर 18 वेबिनार आयोजित किए गए। जहां 175 वक्ताओं, वेबेक्स पर 1800 प्रतिभागियों ने और अन्य सोशल मिडिया प्लेटफार्म
के जरिए 700 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। प्रत्येक वेबिनार में एक विशिष्ट क्षेत्र में उत्पादकता और गुणवत्ता से संबधित मुददों पर विस्तार से चर्चा की गई। इन सभी वेबिनारों में संबधित मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विशेषज्ञों और उदद्योग जगत के प्रतिनिधियों ने गहन चर्चाएं कीं।इस दौरान कई विदेशी वक्ताओं और विशेषज्ञों ने सर्वोत्तम वैश्विक प्रथाओं पर अपने विचार साझा किए। वेबिनार में सभी 45 क्षेत्रों के संबध में दिए गए सुझावों को संकलित किया जा रहा है जिसे मार्च में जारी किया जाएगा।
उद्योग जगत ने इस पहल का स्वागत किया है। उद्योग मंथन के जरिए एक तरह से देश में गुणवत्ता और उत्पादकता को प्रोत्साहित करने की शुरुआत की गई है। विभिन्न क्षेत्रों के लिए तकनीकि नियमन के सरकारी प्रयासों की व्यापक स्तर पर सराहना की गई है।
अगले कुछ सप्ताह के दौरान उद्योग मंथन में फार्मा, चिकित्सा उपकरणों, क्लोज सर्किट कैमरे,इलेक्ट्रानिक सिस्टम डिजाइन और विनिमार्ण,नवीन और नवीकरणीय उर्जा,रोबोटिक्स,अंतरिक्ष वैमानिकी तथा रक्षा और सरकारी प्रक्रियाओं जैसे विभिन्न क्षेत्रों में उत्पादकता और गुणवत्ता बढ़ाने पर चर्चा की जाएगी जो आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को मूर्त रूप देने में पथप्रदर्शक बनेंगी। बेबिनार में हिस्सा लेने के इच्छुक व्यक्ति इस वेबसाइट https://udyogmanthan.qcin.org/ पर जाकर यहां https://tinyurl.com/UMparticipation अपना पंजीकरण करा सकते हैं।