मिडडे मील में गड़बड़ी की शिकायत करना पड़ा महंगा,जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए की अभद्रता
मिडडे मील में गड़बड़ी की शिकायत करना पड़ा महंगा,जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए की अभद्रता
रिपोर्ट-देवेंद्र कुमार
महोबा/शिकायतकर्ता को मिडडे मील की शिकायत करना महंगा पड़ गया।शिकायतकर्ता नंदराम ने बताया कि उसने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से 17 अगस्त 2024 को कंपोजिट पूर्व माध्यमिक विद्यालय सुगिरा में मिडडे मील के चावलों में कीड़ों और मानक के अनुसार भोजन न बनने एवं बच्चों को चरही का पानी पिलाने तथा अभद्र भाषा प्रयोग करने की शिकायत की थी जिसकी जांच खंड शिक्षा अधिकारी जैतपुर ने की।खंड शिक्षा अधिकारी की जांच में प्रधानाध्यापक अरुणेंद्र अग्निहोत्री और सहायक अध्यापक मीना अल्कादीन को दोषी करार दिया था।जांच के आधार पर दोनों अध्यापकों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी थी और भविष्य के लिए भी सख्त हिदायत भी दी गई थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि 25 फरवरी 2025 को वह अपने बच्चों से मिलने गया तो प्रधानाध्यापक अरुणेंद्र अग्निहोत्री ने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए अभद्रता की और फर्जी मुकदमे में फसाने की धमकी दी।विद्यालय में तैनात शिक्षामित्र सुधांशु ने भी अभद्रता की।जिसकी शिकायत नंदराम ने कोतवाली कुलपहाड़ में की। नंदराम ने बताया कि अभी तक अध्यापकों पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
क्षेत्राधिकारी कुलपहाड़ हर्षिता गंगवार ने बताया कि मेरे पास शिकायतकर्ता नहीं आया है,शिकायत आती है तो जांच कर कार्यवाही की जाएगी