पीड़ित मां ने लगाया पुत्र को साजिश के तहत फसाने का आरोप
पीड़ित मां ने लगाया पुत्र को साजिश के तहत फसाने का आरोप
एसपी से निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की, की मांग
रिपोर्ट-समीर पठान पनवाड़ी महोबा
महोबा। जनपद के महोबकंठ थाना अंतर्गत आने वाले पचारा गांव में पिता पुत्री के रिश्ते को कलंकित करने का मामला सामने आया था जिसमें आरोपित की मां जानकी एवं ग्रामीणों ने एकसाथ आरोपी रामरतन को साजिश के तहत फसाने का आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। आरोपी की मां एवं ग्राम वासियों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर एक लिखित प्रार्थना पत्र देते हुए कहा गया कि महोबकंठ थाना अंतर्गत आने वाले पचारा गांव निवासी 40 वर्षीय राम रतन को उसकी पत्नी और पत्नी के मायके वालों द्वारा साजिश के तहत फसाया गया है। प्रार्थना पत्र में पीड़ित की मां ने कहा कि दिनांक 04/02/2025 दिन मंगलवार को मेरे पुत्र व उसकी पत्नी के बीच लड़ाई हुई थी जिसमें मेरे पुत्र राम रतन को उसकी पत्नी के द्वारा धमकी दी गई थी कि यदि सारी चल अचल संपत्ति उसके नाम नहीं की गई तो वह उसका जीवन बर्बाद कर देगी। दोनों के बीच झगड़ा इतना ज्यादा बढ़ गया कि मेरे पुत्र की पत्नी जयंती ने अपने मायके वालों को बुला लिया जिन्होंने मेरे पुत्र के साथ मारपीट की एवं बहू जयंती के भाई रोहित एवं खचोरी द्वारा मेरी 18 वर्षीय नातिन को बरगलाकर थाना महोबकंठ लेजाकर साजिश के तहत गंभीर धाराओं में मुकदमा लिखवा दिया। यौन शोषण का मुकदमा दर्ज करने के बाद राजीनामा के एवज में 22 लख रुपए की मांग करने लगे। मेरे पुत्र राम रतन द्वारा मांग पूरी न करने पर थाना पुलिस द्वारा मारपीट करते हुए डराया धमकाया गया एवं पुलिस ने अपने पक्ष में बयान कराकर वीडियो भी बनाया तथा जांच किए बिना राम रतन को संगीत धाराओं में जेल भेज दिया गया। ग्रामीणों के साथ आई पीड़ित मां ने इस घटना को पूर्णता असत्य एवं निराधार बताया है, और कहा की बिना जांच किए हुए इस प्रकार की गंभीर धाराओं में मुकदमा लिखना निंदनीय एवं शर्मनाक है जो पिता पुत्री के रिश्ते को कलंकित करता है। पीड़ित जानकी पत्नी वृंदावन ने पुलिस अधीक्षक से निष्पक्ष जांच कराकर साजिश करने वाले दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए न्याय की गुहार लगाई है।
वहीं दूसरी तरफ पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हमने पीड़िता के द्वारा दिये गए शिकायत पत्र व बयानों एवं आरोपी पिता के द्वारा वीडियो ग्राफी के दौरान दिए गए बयानों के आधार पर ही उक्त कारवाही की है पुलिस द्वारा मामले की सघनता से निष्पक्ष जाँच की जा रही है।
पुलिस का कहना है पुलिस की कार्यशैली पर आरोपी की माँ द्वारा लगाये जा रहे प्रश्न चिन्ह पूर्णतया निराधार हैं।