उन्नाव: अलीशा अंसारी उर्फ फिरदौस परवीन के नाम बदलने का मामला चर्चा में

उन्नाव: अलीशा अंसारी उर्फ फिरदौस परवीन के नाम बदलने का मामला चर्चा में

उच्च न्यायालय में दाखिल याचिका ने खोले नए राज

रिपोर्ट-नफ़ीस खान

उन्नाव: कानपुर की रहने वाली अलीशा अंसारी (पूर्व में फिरदौस परवीन) का नाम बदलने और कानूनी दस्तावेजों में हेरफेर करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। उच्च न्यायालय इलाहाबाद में दाखिल एक याचिका ने इस मामले को उजागर किया है, जिससे कई सवाल खड़े हो गए हैं।

क्या है मामला?

मामले के अनुसार, अलीशा अंसारी ने वर्ष 2020 में जान मोहम्मद (पुत्र पीर मोहम्मद, निवासी 84/83 सकेरा स्टेट, थाना रायपुरवा, कानपुर नगर) से विवाह किया था। इससे पहले उन्होंने उच्च न्यायालय इलाहाबाद में फिरदौस परवीन नाम से सुरक्षा को लेकर एक याचिका दाखिल की थी, जिस पर 2 जुलाई 2020 को कानपुर कमिश्नर को सुरक्षा देने का आदेश दिया गया था।

लेकिन सवाल तब खड़े हुए जब यह सामने आया कि फिरदौस परवीन के आधार कार्ड में छेड़छाड़ कर बिल्हौर तहसील से एक नया जन्म प्रमाण पत्र बनवाया गया, जिसमें फिरदौस परवीन के आगे “उर्फ अलीशा अंसारी” जोड़ा गया।

कानूनी सवाल खड़े हुए

अगर अलीशा अंसारी ही फिरदौस परवीन हैं, तो नाम बदलने की जरूरत क्यों पड़ी?

क्या किसी संविधान या कानून में दो नामों के इस्तेमाल की अनुमति है?

आधार कार्ड में छेड़छाड़ कर नया प्रमाण पत्र बनवाना कानूनी रूप से कितना सही है?

यह मामला अब पुलिस और प्रशासन के लिए जांच का विषय बन गया है। स्थानीय लोगों और कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि इस पूरे प्रकरण की गहराई से जांच होनी चाहिए, ताकि सच सामने आ सके।

पुलिस अधीक्षक से जांच की मांग
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक उन्नाव से इस पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच की मांग की जा रही है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस पर क्या कदम उठाता है और क्या कानूनी कार्रवाई की जाती है।

 

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