चरखारी: पुलिस की लापरवाही से अवैध शस्त्रों का खेल जारी-अपराधियों ने की पुलिस पर फायरिंग
चरखारी: पुलिस की लापरवाही से अवैध शस्त्रों का खेल जारी-अपराधियों ने की पुलिस पर फायरिंगमहोबा। चरखारी थाना क्षेत्र में बढ़ते अपराध और पुलिस की निष्क्रियता ने जनता को झकझोर कर रख दिया है। दिनांक 23.01.2025 को ग्राम बफरेथा निवासी रमेशचन्द्र राजपूत के साथ हुई जेबकट चोरी की घटना ने पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। चोरी के 16 हजार रुपये में से केवल 14,300 रुपये की बरामदगी और अपराधियों से अवैध हथियार मिलने के बाद भी क्षेत्र में अवैध शस्त्रों की जड़ तक पुलिस न पहुंच पाना उसकी लापरवाही को उजागर करता है।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक महोबा श्री पलाश बंसल ने त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद पुलिस टीम ने जांच करते हुए दो वांछित अपराधियों को गिरफ्तार किया। अपराधियों ने गिरफ्तारी से बचने के लिए पुलिस टीम पर फायरिंग की, जिसका जवाब पुलिस ने सिखाए गए तरीके से दिया। गिरफ्तार आरोपियों के पास से 02 तमंचे, कारतूस, चोरी के रुपये और घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल बरामद हुई।
अवैध हथियारों का जाल और पुलिस की आंख मूंदने की नीति
क्षेत्र में अवैध शस्त्र निर्माण और तस्करी की गतिविधियां बढ़ती जा रही हैं। इन अवैध हथियारों का इस्तेमाल अपराधी बेखौफ होकर कर रहे हैं। हालात यह हैं कि पुलिस अब तक अवैध शस्त्र निर्माण की जड़ तक पहुंचने से बच रही है। मीडिया द्वारा बार-बार इस मुद्दे को उठाए जाने के बावजूद पुलिस की कार्रवाई सिर्फ सतही नजर आ रही है।
बेरोजगारी और महंगाई अपराध को दे रही बढ़ावा
बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई ने युवाओं को अपराध की ओर धकेल दिया है। चोरी, अवैध शस्त्र निर्माण और तस्करी जैसे कार्यों में उनकी बढ़ती संलिप्तता चिंता का विषय है। इन परिस्थितियों में पुलिस की निष्क्रियता ने अपराधियों के हौसले बुलंद कर दिए हैं।
जनता में आक्रोश
पुलिस की लापरवाही और बढ़ते अपराधों से जनता में आक्रोश है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर कब पुलिस अवैध शस्त्रों के खिलाफ ठोस कदम उठाएगी। क्या यह लचर कानून व्यवस्था अपराधियों को खुला निमंत्रण नहीं दे रही?
समाधान की ओर ध्यान दें
अवैध शस्त्रों के निर्माण और वितरण की जड़ तक पहुंचने के लिए पुलिस को सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। साथ ही, बेरोजगारी और महंगाई को नियंत्रित करने के लिए सरकार को ठोस नीतियां लागू करनी होंगी। वरना, ऐसे अपराधों का सिलसिला रुकने वाला नहीं है।