बेरोजगारी और तंगहाली ने बढ़ाई अवैध शराब के कारोबार में संलिप्तता
बेरोजगारी और तंगहाली ने बढ़ाई अवैध शराब के कारोबार में संलिप्तता
प्रवीण कुमार
चरखारी, महोबा: जनपद महोबा में बेरोजगारी और आर्थिक तंगी के चलते ग्रामीण इलाकों के कुछ लोग अवैध गतिविधियों की ओर बढ़ते नजर आ रहे हैं। ताजा मामला थाना चरखारी क्षेत्र के कबूतरा डेरा सूपा का है, जहां पुलिस ने अवैध शराब के कारोबार में संलिप्त दो महिलाओं को गिरफ्तार किया।
पुलिस अधीक्षक महोबा, श्री पलाश बंसल के निर्देशन में चलाए जा रहे अभियान के तहत अपर पुलिस अधीक्षक श्रीमती वंदना सिंह और क्षेत्राधिकारी कुलपहाड़ श्रीमती हर्षिता गंगवार के पर्यवेक्षण में यह कार्रवाई की गई। थानाध्यक्ष चरखारी श्री प्रवीण कुमार सिंह द्वारा गठित टीम ने मुखबिर की सूचना पर 10 लीटर अवैध कच्ची शराब के साथ रूपा (42) और शक्करवती (40) नामक महिलाओं को गिरफ्तार किया। इनके खिलाफ आबकारी अधिनियम की धारा 60 के तहत मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कानूनी कार्यवाही की जा रही है।
बेरोजगारी बनी समस्या की जड़
जांच में यह सामने आया कि आर्थिक तंगी और रोजगार के अभाव में ये महिलाएं अवैध शराब के निर्माण और बिक्री जैसे कार्यों में लिप्त हो गईं। कबूतरा डेरा जैसे ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में लोगों के पास आय का कोई स्थायी स्रोत नहीं है। खेती-बाड़ी में गिरावट और स्थानीय उद्योगों की कमी ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है।
समाधान की जरूरत
विशेषज्ञों का कहना है कि इस समस्या का स्थायी समाधान तब ही संभव है जब ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के साधन बढ़ाए जाएं। सरकार को रोजगार सृजन योजनाओं और स्व-सहायता समूहों के जरिए इन्हें मुख्यधारा में लाने की दिशा में प्रयास करना होगा। इसके साथ ही जनजागरूकता अभियान चलाकर लोगों को अवैध कार्यों के दुष्परिणामों से अवगत कराना भी जरूरी है।
पुलिस की सख्ती के बावजूद चुनौती बरकरार
महिला अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। हालांकि, यह केवल एक मामला है, और ऐसे कई परिवार अब भी इस तरह के कार्यों में लिप्त हैं। समाज और प्रशासन को मिलकर बेरोजगारी और तंगहाली के इस दुष्चक्र को तोड़ने की जरूरत है।