धगवां गाँव: दबंगों ने गाली-गलौज कर दी जान से मारने की धमकी, शिकायत पर मुकदमा दर्ज
धगवां गाँव: दबंगों ने गाली-गलौज कर दी जान से मारने की धमकी, शिकायत पर मुकदमा दर्ज
हमीरपुर, उत्तर प्रदेश: मझगवां थाना क्षेत्र के धगवां गाँव में दबंगों द्वारा एक व्यक्ति के साथ गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देने का मामला सामने आया है। यह घटना तब हुई जब शिकायतकर्ता महेंद्र ने पहले एक अवैध निर्माण की शिकायत “संपूर्ण समाधान दिवस” में दर्ज कराई थी।
घटना का विवरण
पीड़ित महेंद्र ने मझगवां थाने में लिखित तहरीर देकर बताया कि 21 दिसंबर 2024 को उसने “संपूर्ण समाधान दिवस” के दौरान अपने गाँव के परमेश्वरी दयाल नामक व्यक्ति के खिलाफ शिकायत की थी। शिकायत में कहा गया था कि परमेश्वरी दयाल ने सड़क पर अवैध रूप से दीवार बना ली है, जिससे गाँव के अन्य लोगों को परेशानी हो रही है।
इस शिकायत के बाद आरोपी परमेश्वरी दयाल और उसके परिवार की महिलाओं ने 3 जनवरी 2025 को महेंद्र के साथ गाली-गलौज करते हुए उसे जान से मारने की धमकी दी।
थाने में मामला दर्ज
महेंद्र ने इस घटना की जानकारी मझगवां थाने में दी और आरोपियों के खिलाफ लिखित तहरीर दी। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एफआईआर दर्ज कर ली है।
पुलिस की कार्रवाई
मझगवां थाने के प्रभारी ने बताया कि पीड़ित की शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
ग्रामीणों में रोष
इस घटना के बाद गाँव के अन्य ग्रामीणों में भी रोष व्याप्त है। उनका कहना है कि दबंगों द्वारा सार्वजनिक स्थानों पर अवैध निर्माण करना और शिकायत करने पर धमकाना गंभीर मुद्दा है।
प्रशासन की जिम्मेदारी
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि वे इस मामले में त्वरित कार्रवाई करें और आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलवाएं। साथ ही, यह भी सुनिश्चित करें कि गाँव में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
न्याय की उम्मीद
महेंद्र ने उम्मीद जताई है कि प्रशासन और पुलिस जल्द ही न्याय दिलाएंगे। वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि यदि इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं हुई, तो वे बड़े स्तर पर प्रदर्शन करेंगे।
निष्कर्ष:
यह घटना ग्रामीण क्षेत्रों में दबंगई और अवैध कब्जे की समस्या को उजागर करती है। ऐसे मामलों में प्रशासन और पुलिस की तत्परता ही गाँवों में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सहायक हो सकती है।