अमेठी में 70 लाख की चोरी: भाजपा सरकार की नाकामी पर सवाल, सपा ने उठाई न्याय की मांग
अमेठी में 70 लाख की चोरी: भाजपा सरकार की नाकामी पर सवाल, सपा ने उठाई न्याय की मांग
अमेठी, उत्तर प्रदेश।
अमेठी के कमरौली जगदीशपुर इलाके में भारत हेवी इलेक्ट्रिकल लिमिटेड (BHEL) की टाउनशिप में 30 सितंबर 2024 को हुए चोरी के मामले में अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। इस घटना में आठ घरों से लगभग 70 लाख रुपए मूल्य के आभूषण और नगदी चोरी हुई थी। पीड़ित परिवारों का आरोप है कि भाजपा सरकार की पुलिस इस मामले में भ्रष्टाचार कर रही है और अपराधियों को बचाने में लगी हुई है।
चोरी के मामले में अब तक क्या हुआ?
30 सितंबर को हुई इस बड़ी चोरी के बाद पुलिस ने कुछ प्रारंभिक जांच की, लेकिन अब तक न तो दोषियों को पकड़ा जा सका है, न ही चोरी हुआ माल बरामद हुआ है। पीड़ितों का कहना है कि पुलिस ने उनसे कई बार बयान लिए, लेकिन कार्रवाई के नाम पर केवल लीपापोती ही हुई।
पीड़ितों की व्यथा और सपा का समर्थन
भाजपा सरकार और पुलिस की इस नाकामी से निराश होकर, पीड़ित परिवारों ने समाजवादी पार्टी (सपा) कार्यालय का रुख किया। उन्होंने सपा नेताओं से अपनी व्यथा साझा की और मदद की गुहार लगाई।
सपा ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन की तीखी आलोचना की है। पार्टी ने मांग की है कि:
1. चोरी के मामले की निष्पक्ष जांच हो।
2. दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।
3. चोरी का सारा सामान बरामद कर पीड़ितों को लौटाया जाए।
सपा ने किया भाजपा पर तीखा हमला
समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नाकामी के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। सपा ने सवाल उठाया है कि,
“क्या चोरी का माल और पैसा मुख्यमंत्री योगी खा गए हैं, या फिर पुलिस इसमें शामिल है? क्या मुख्यमंत्री योगी अब अपराधियों के सीईओ और ट्रेनर बन गए हैं?”
भाजपा सरकार के प्रति बढ़ता आक्रोश
सपा के अनुसार, भाजपा सरकार की भ्रष्ट और नाकाम पुलिस व्यवस्था ने जनता को निराश कर दिया है। यह घटना सरकार की कानून व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करती है।
जनता का भाजपा से मोहभंग
इस घटना के बाद जनता का भाजपा सरकार से विश्वास पूरी तरह से उठता हुआ नजर आ रहा है। समाजवादी पार्टी ने पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है और जनता से भाजपा को सत्ता से हटाने की अपील की है।
निष्कर्ष
अमेठी की यह चोरी न केवल भाजपा सरकार की नाकामी को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कानून व्यवस्था में सुधार की कितनी जरूरत है। अब देखना यह है कि सरकार इस मुद्दे पर क्या कदम उठाती है, या यह मामला भी ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा।