दंगल प्रतियोगिता: पहलवानों ने दिखाए अपने दांवपेंच, हजारों की संख्या में जुटे दर्शक
दंगल प्रतियोगिता: पहलवानों ने दिखाए अपने दांवपेंच, हजारों की संख्या में जुटे दर्शक
हमीरपुर जनपद की राठ तहसील के मझगवां थाना क्षेत्र के मल्हेटा गांव में आयोजित वार्षिक मेले के दौरान दंगल प्रतियोगिता का भव्य आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में देश के विभिन्न राज्यों जैसे राजस्थान, पंजाब, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और लखनऊ से आए पहलवानों ने भाग लिया।
दंगल का उद्घाटन और मुख्य अतिथि
इस दंगल प्रतियोगिता का शुभारंभ मुख्य अतिथि रिंकू वर्मा ने किया। उन्होंने पहलवानों से हाथ मिलाकर दंगल की शुरुआत कराई। उद्घाटन समारोह में हजारों की संख्या में दर्शकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
प्रतियोगिता के दौरान पहलवानों ने अपनी ताकत और कौशल का जोरदार प्रदर्शन किया। लखनऊ के देवा शरीफ से आए पहलवान ने राजस्थान के पहलवान को चित करते हुए शानदार जीत हासिल की। इस रोमांचक मुकाबले ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और उन्होंने जोरदार तालियों से पहलवानों का स्वागत किया।
मल्हेटा गांव का ऐतिहासिक महत्व
मल्हेटा गांव बुंदेलखंड केसरी दीवान शत्रुघ्न सिंह जी की कर्मभूमि के रूप में प्रसिद्ध है। यहां हर साल मकर संक्रांति के अवसर पर दो दिवसीय दंगल और पांच दिवसीय मेले का आयोजन होता है। इस मेले में क्षेत्र के हजारों लोग आते हैं और सांस्कृतिक व खेल आयोजनों का आनंद लेते हैं।
आयोजन की सफलता
मेला समिति ने इस साल भी कार्यक्रम को व्यवस्थित और सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। राजपाल सिंह, मोनू राजा, बंटी ठाकुर, विमल सिंह, अनुज प्रताप, और धनराज सिंह जैसे व्यक्तियों ने आयोजन को सफल बनाने में सहयोग किया।
दंगल और मेला: परंपरा और उत्सव का संगम
इस कार्यक्रम ने न केवल पहलवानों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मंच दिया, बल्कि क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर को भी जीवंत किया। दंगल और मेले में भारी संख्या में जुटी भीड़ ने इस आयोजन को यादगार बना दिया।
निष्कर्ष:
मल्हेटा गांव का दंगल प्रतियोगिता और मेला न केवल एक खेल आयोजन है, बल्कि यह क्षेत्र की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को भी प्रदर्शित करता है। इस प्रकार के आयोजन स्थानीय लोगों को मनोरंजन और परंपरा से जुड़ने का अवसर प्रदान करते हैं।