हमीरपुर: पुराने विवाद में दो पक्षों के बीच विवाद, हवाई फायरिंग से दहशत- उत्तर प्रदेश में अवैध शस्त्रों की भरमार – बीते दिन उत्तर प्रदेश के महोबा जनपद के कुलपहाड़ में भी हुई थी पुलिस पर फायरिंग – दहशत
हमीरपुर: पुराने विवाद में दो पक्षों के बीच विवाद, हवाई फायरिंग से दहशत- उत्तर प्रदेश में अवैध शस्त्रों की भरमार
– बीते दिन उत्तर प्रदेश के महोबा जनपद के कुलपहाड़ में भी हुई थी पुलिस पर फायरिंग – दहशत
हमीरपुर जिले के मौदहा कोतवाली क्षेत्र के माचा गांव में एक पुराने विवाद ने अचानक हिंसक रूप ले लिया। दो पक्षों के बीच हुई झड़प में हवाई फायरिंग की गई, जिससे पूरे गांव में दहशत का माहौल बन गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि यह विवाद काफी समय से चला आ रहा था, लेकिन आज स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई।
घटना का विवरण
माचा गांव में दो गुटों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी शुरू हुई, जो देखते ही देखते हिंसक झड़प में बदल गई। घटना के दौरान अवैध तमंचों से कई राउंड फायरिंग की गई। ग्रामीणों का कहना है कि फायरिंग के दौरान वे अपने घरों में छिपने को मजबूर हो गए। हालांकि, किसी के घायल होने की खबर नहीं है, लेकिन इस घटना ने गांव में दहशत का माहौल बना दिया है।
अवैध शस्त्रों की भरमार
हमीरपुर और आसपास के इलाकों में अवैध हथियारों की बढ़ती तादाद ने गंभीर सुरक्षा चिंताएं खड़ी कर दी हैं। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, क्षेत्र में अवैध शस्त्र निर्माण कारखाने सक्रिय हैं, जहां से अपराधियों को आसानी से तमंचे और अन्य हथियार उपलब्ध हो रहे हैं।
महोबा की घटना से जुड़ी कड़ी
मचा गांव की घटना से महोबा जिले के कुलपहाड़ में कुछ दिनों पहले हुई घटना की यादें ताजा हो गई हैं, जहां पुलिस टीम पर फायरिंग की गई थी। दोनों घटनाएं इस बात की ओर इशारा करती हैं कि क्षेत्र में अवैध हथियारों का जाल तेजी से फैल रहा है।
पुलिस की प्रतिक्रिया
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में किया और मामले की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। साथ ही, अवैध शस्त्र निर्माण और आपूर्ति को रोकने के लिए अभियान तेज किया जाएगा।
ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों ने प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने और अवैध हथियारों की सप्लाई पर रोक लगाने की मांग की है। उनका कहना है कि अगर समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो ऐसी घटनाएं और बढ़ सकती हैं।
निष्कर्ष
हमीरपुर और महोबा की घटनाएं उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ते अपराध और अवैध शस्त्रों की समस्या की गंभीरता को उजागर करती हैं। अब यह प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह इस स्थिति से निपटने के लिए कड़े कदम उठाए और क्षेत्र में शांति व्यवस्था बहाल करे।