जुगल किशोर मूर्ति चोरी कांड: बयान दर्ज कराने को तैयार, प्रेस कांफ्रेंस की मांग
जुगल किशोर मूर्ति चोरी कांड: बयान दर्ज कराने को तैयार, प्रेस कांफ्रेंस की मांग
महोबा: सुगिरा गांव में जुगल किशोर भगवान की मूर्ति चोरी कांड का मामला दिन प्रतिदिन तूल पकड़ता जा रहा है। इस संदर्भ में, संबंधित व्यक्ति ने स्पष्ट किया है कि यदि महोबा पुलिस उनसे बयान लेना चाहती है, तो वह प्रेस कांफ्रेंस आयोजित करे। वह स्वयं उपस्थित होकर अपना बयान दर्ज करवाने को तैयार हैं।
पृष्ठभूमि
सुगिरा गांव में स्थित प्रसिद्ध जुगल किशोर मंदिर से मूर्ति चोरी होने की घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। मूर्ति की सांस्कृतिक और धार्मिक महत्ता के कारण स्थानीय निवासियों में गुस्सा और आक्रोश व्याप्त है।
बयान देने की पेशकश
मामले में बयान देने को इच्छुक व्यक्ति ने कहा, “मैं इस मामले में पुलिस की हर संभव सहायता को तैयार हूं। लेकिन बयान दर्ज करवाने के लिए पारदर्शिता और निष्पक्षता अनिवार्य है। इसलिए, मैं मांग करता हूं कि पुलिस प्रेस कांफ्रेंस आयोजित करे। मैं उसमें उपस्थित होकर अपना बयान दर्ज करवाऊंगा।”
पुलिस की भूमिका पर सवाल
इस घटना के बाद पुलिस की कार्यशैली को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। कई लोगों का मानना है कि मामले की जांच में तेजी और पारदर्शिता की कमी है।
स्थानीय जनता की मांग
स्थानीय निवासियों ने भी पुलिस प्रशासन से अपील की है कि मामले की निष्पक्ष और तेज जांच हो। साथ ही, चोरों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर मूर्ति बरामद की जाए।
प्रेस कांफ्रेंस क्यों जरूरी?
प्रेस कांफ्रेंस से मामले में पारदर्शिता बनी रहेगी और जनता को भी यह विश्वास होगा कि जांच निष्पक्ष रूप से हो रही है। यह कदम पुलिस और जनता के बीच विश्वास बहाली का कार्य करेगा।
निष्कर्ष
अब यह देखना बाकी है कि महोबा पुलिस इस मांग पर क्या कदम उठाती है। क्या पुलिस प्रेस कांफ्रेंस आयोजित करके मामले को नई दिशा देगी? या फिर बयान दर्ज करने के लिए अन्य विकल्प तलाशेगी? इस पर क्षेत्रीय जनता और मीडिया की पैनी नजर है।
लक्ष्मी कांत सोनी नेटवर्क टाईम्स