तालाब निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप, घटिया सामग्री से हो रहा कार्य
तालाब निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप, घटिया सामग्री से हो रहा कार्य
मुस्करा, हमीरपुर
रिपोर्टर: जयनारायण वर्मा
विकासखंड मुस्करा के कालकाजी तालाब निर्माण कार्य में भारी भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के गंभीर आरोप सामने आए हैं। स्थानीय निवासियों और सूत्रों के अनुसार, यह कार्य पिछले एक वर्ष से चल रहा है, लेकिन निर्माण में उपयोग की जा रही सामग्री मानकों के अनुरूप नहीं है। बड़ी मात्रा में घटिया सामग्री जैसे कंस्ट्रक्शन डस्ट का प्रयोग किया जा रहा है, जिससे इस परियोजना की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
स्थानीय स्तर पर अनदेखी और मिलीभगत
स्थानीय जनसम्पर्क से पता चला है कि तालाब निर्माण कार्य की जांच पहले भी हुई थी। हालांकि, विकासखंड अधिकारी और क्षेत्र पंचायत प्रतिनिधियों के बीच गहरी सांठगांठ होने के कारण कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है कि सरकार द्वारा विकास कार्यों के लिए आवंटित धनराशि का बंदरबांट किया जा रहा है।
भ्रष्टाचार की शिकायतों के बावजूद स्थिति जस की तस
यह तालाब निर्माण कार्य अब तक जारी है, लेकिन घटिया सामग्री और कार्यप्रणाली में कोई सुधार नहीं दिखा। स्थानीय लोगों का आरोप है कि जिम्मेदार अधिकारी और कार्यदायी संस्था अपने स्वार्थ के लिए सरकारी धन का दुरुपयोग कर रहे हैं। इससे न केवल जनता को नुकसान हो रहा है, बल्कि सरकार को भी भारी आर्थिक क्षति उठानी पड़ रही है।
उच्च स्तरीय जांच की मांग
स्थानीय नागरिकों ने इस मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। उनका कहना है कि अगर समय रहते इस परियोजना की सही तरीके से जांच नहीं हुई, तो भ्रष्टाचार का यह सिलसिला यूं ही जारी रहेगा। उन्होंने यह भी मांग की है कि जांच के आधार पर दोषी अधिकारियों और कार्यदायी संस्थाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
सरकार के विकास कार्यों पर उठे सवाल
सरकार द्वारा विकासखंडों में लाखों-करोड़ों रुपए की धनराशि आवंटित की जाती है, लेकिन इस प्रकार के मामले न केवल विकास कार्यों की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हैं, बल्कि जनता के बीच असंतोष भी बढ़ाते हैं।
निवेदन:
सरकार और प्रशासन को चाहिए कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए निष्पक्ष जांच कराए। दोषी पाए जाने पर उन्हें दंडित किया जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और सरकार द्वारा दी जाने वाली धनराशि का सही उपयोग हो सके।