पत्रकार नफीस खान ने डीजीपी से मांगी जान-माल की सुरक्षा, अलीशा अंसारी मामले में कार्रवाई की मांग
पत्रकार नफीस खान ने डीजीपी से मांगी जान-माल की सुरक्षा, अलीशा अंसारी मामले में कार्रवाई की मांग
उन्नावः पत्रकार नफीस खान ने उत्तर प्रदेश के डीजीपी से अपनी जान-माल की सुरक्षा की गुहार लगाई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि एक महिला, अलीशा अंसारी उर्फ फिरदौस परवीन, फर्जी नामों का इस्तेमाल कर रही है और गंभीर आपराधिक गतिविधियों में लिप्त है।
फर्जी दस्तावेज और अपराध का आरोप
नफीस खान ने बताया कि अलीशा अंसारी ने कानपुर नगर से आयकर विभाग का पैन कार्ड 2011 में हासिल किया और 2007 से 2018 तक अपने नाम से शैक्षिक दस्तावेज प्राप्त किए। इसके बाद उसने फिरदौस परवीन नाम का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। अलीशा के खिलाफ 2016 में कानपुर के जूही थाने में चोरी का मामला दर्ज हुआ था, जिसमें उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
बार काउंसिल नियमों का उल्लंघन
नफीस खान का आरोप है कि अलीशा अंसारी ने बार काउंसिल उत्तर प्रदेश के आदेशों को नजरअंदाज कर उन्नाव बार काउंसिल से जुड़ने के लिए झूठे दस्तावेज प्रस्तुत किए। उन्होंने आरोप लगाया कि 2016 के चोरी के मामले की जानकारी बार काउंसिल को नहीं दी गई, जिससे कानून का स्पष्ट उल्लंघन हुआ।
महिला पर गंभीर आरोप नफीस खान ने यह भी आरोप लगाया कि अलीशा अंसारी और उसके सहयोगियों ने उन्नाव और कानपुर में भय और आतंक का माहौल बना रखा है। उन्होंने कहा कि इस महिला पर एक दर्जन से अधिक गंभीर मामले दर्ज हैं, और वह न्याय व्यवस्था को प्रभावित करने के लिए दबाव का सहारा ले रही है।
सख्त कार्रवाई की मांग
पत्रकार ने पुलिस अधीक्षक उन्नाव और कानपुर नगर से अपील की है कि वे अलीशा अंसारी और उसके सहयोगियों के खिलाफ तत्काल और सख्त कदम उठाएं। साथ ही, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है।
राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला नफीस खान का कहना है कि ऐसी गतिविधियां देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं। उन्होंने डीजीपी से अनुरोध किया है कि इस मामले में शीघ्र जांच कर दोषियों को कानून के दायरे में लाया जाए।
निष्कर्ष
इस प्रकरण ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और पत्रकार नफीस खान को न्याय कब तक मिलता है।