कानपुर: जेई चितरंजन यादव की मिलीभगत से हो रहा अवैध निर्माण
कानपुर: जेई चितरंजन यादव की मिलीभगत से हो रहा अवैध निर्माण
कानपुर में छावनी क्षेत्र के खपरा मोहाल में रक्षा मंत्रालय और भारत सरकार की करोड़ों की जमीन पर अवैध निर्माण का मामला सामने आया है। सूत्रों के अनुसार, सर्वे नंबर 551-161-1KM और हाउस नंबर E-52 खलील क्वार्टर पर बहु मंजिला इमारत का निर्माण किया जा रहा है। आरोप है कि छावनी परिषद के जूनियर इंजीनियर (सिविल वार्ड नंबर 3) चितरंजन यादव की मिलीभगत से यह अवैध कब्जा हो रहा है।
अवैध निर्माण पर परिषद की चुप्पी
स्थानीय लोगों का कहना है कि छावनी परिषद इस अवैध निर्माण को रोकने के लिए कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। आरोप है कि भ्रष्टाचार और मिलीभगत के कारण यह निर्माण निर्बाध रूप से जारी है। यह मामला खलील नगर क्षेत्र में हो रहे अतिक्रमण का हिस्सा है, जो अकबर नगर की तर्ज पर बसता जा रहा है।
हजार करोड़ की संपत्ति पर खतरा
जानकारी के अनुसार, यह जमीन भारत सरकार और रक्षा मंत्रालय की संपत्ति है, जिसकी अनुमानित कीमत हजारों करोड़ रुपये है। इसके बावजूद, अवैध निर्माण पर रोक लगाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। स्थानीय नागरिकों ने इस मुद्दे पर सरकार और रक्षा मंत्रालय से हस्तक्षेप की मांग की है।
भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप
मौजूदा स्थिति से यह स्पष्ट है कि बिना अंदरूनी सहयोग और भ्रष्टाचार के इतने बड़े स्तर पर अवैध निर्माण संभव नहीं है। नेटवर्क टाइम्स न्यूज़ चैनल के रिपोर्टर नफीस खान ने इस मामले की रिपोर्टिंग करते हुए सवाल उठाया है कि आखिर प्रशासन और परिषद की चुप्पी क्यों बरकरार है।
सरकार से उम्मीद की जा रही है कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच करवाई जाएगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।