महोबा में अबैध शस्त्रों व अबैध कारतूसों के पकड़ने का सिलसिला लगातार जारी-क्षेत्र में अबैध शस्त्र फैक्टरियाँ संचालित होने की आशंका-पुलिस अबैध शस्त्रों के पीछे का सच जानने से आखिर क्यों कर रही परहेज?
महोबा में अबैध शस्त्रों व अबैध कारतूसों के पकड़ने का सिलसिला लगातार जारी-क्षेत्र में अबैध शस्त्र फैक्टरियाँ संचालित होने की आशंका-पुलिस अबैध शस्त्रों के पीछे का सच जानने से आखिर क्यों कर रही परहेज?
महोबा/उत्तर प्रदेश के महोबा में अबैध असलहों के साथ अपराधियों की गिरफ्तारी का सिलसिला लगातार जारी है।
पुलिस के द्वारा निरंतर अबैध शस्त्रों के पकड़े जाने के चलते क्षेत्र में अबैध शस्त्र कारखानों के संचालित होने की आशंका व्यक्त की जा रही है तो वहीं पुलिस अबैध शस्त्रों को पीटीओ पकड़ती है किंतु पुलिस यह जानने की कोशिश नहीं करती है कि आखिर अबैध शस्त्र व अबैध कारतूसों की सप्लाई के पीछे आखिर किसका हाथ है कौन है जो अबैध शस्त्र कारखानों का का संचालन कर रहा है इतनी आसानी से आखिर अपराधियों को अबैध शस्त्र व कारतूस कौन उपलब्ध करवा रहा है।
एक महत्पूर्ण व चिंतनीय विषय होने के वावजूद भी पुलिस इन अबैध शस्त्र व अबैध कारतूसों की सप्लाई के पीछे का सच जानने की कोशिश नहीं कर रही है ।
आपको बता दें कि यही अबैध शस्त्र व अबैध कारतूस आपराधिक घटनाओं में वर्षों से अपनी अहम भूमिका निभाते आ रहे हैं।
तो वहीं उत्तर प्रदेश में लोग वेरोजगारी के चलते निरंतर आपराधिक काले व्यवसायों से अपनी जीविका अर्जित करते देखे जा रहे हैं।
ऐसा ही नजारा देखने को मिला महोबा जनपद के श्री नगर थाना क्षेत्र में जहाँ आज अनुरुद्ध उर्फ बौरा पुत्र कल्लू रैकवार निवासी सिजहरी थाना श्रीनगर को ग्राम बरा के पास से एक 315 बोर अबैध तमंचा व एक जिंदा कारतूस के साथ पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किया गया है।
किन्तु पुलिस ने इन अबैध शस्त्रों व कारतूसों के पीछे की सच्चाई जानने की कोशिश नहीं की जिसके चलते आज भी लोगों के मन में एक प्रश्न लगातार गूँज रहा है आखिर यह अबैध तमंचे कहाँ निर्मित होते हैं इन अपराधियों तक आखिर कौन अबैध शस्त्र व कारतूस भेज रहा है।
फिलहाल कुछ भी हो अबैध शस्त्रों व अबैध कारतूसों के पकड़ने का सिलसिला लगातार जारी है।