डॉ. मनसुख मांडविया ने टीका अनुसंधान एवं विकास, जी-20 सह-कार्यक्रम पर वैश्विक टीका अनुसंधान सहयोगात्मक चर्चा को संबोधित किया
डॉ. मनसुख मांडविया ने टीका अनुसंधान एवं विकास, जी-20 सह-कार्यक्रम पर वैश्विक टीका अनुसंधान सहयोगात्मक चर्चा को संबोधित किया
कोविड-19 महामारी ने टीका अनुसंधान एवं विकास के क्षेत्र में वैश्विक सहयोग के महत्व को प्रदर्शित किया। शताब्दी में एक बार होने वाले जन स्वास्थ्य संकट से निपटने, रोगाणुओं के लिए टीका विकास में तेजी लाने में अनुसंधान के महत्व को जाना है।
विभिन्न रोगाणुओं के लिए टीके के विकास को आगे बढ़ाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता और जी-20 सरकारों अनुसंधान संगठनों, दवा कंपनियों और अन्य हितधारकों के बीच सहयोग की सुविधा के लिए महत्वपूर्ण मंच: डॉ. मनसुख मांडविया
“प्रभावी टीके के विकास और तैनाती से महामारी के प्रभाव को कम करने में मदद मिल सकती है और हमें इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए अनुसंधान प्रयासों को प्राथमिकता देनी चाहिए।’’
कोविड-19 महामारी ने टीके के अनुसंधान और विकास के लिए वैश्विक सहयोग के महत्व को बताया है। जैसा की शताब्दी में एक बार आने वाले इस सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट को हमने विशेष रूप से उभरते रोगाणुओं के टीके के विकास की दिशा में अनुसंधान के महत्व को समझा है। केंद्रीय रसायन एवं खाद्य और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने “वैक्सीन अनुसंधान और विकास: भविष्य की स्वास्थ्य आपात स्थितियों की रोकथाम तैयारी और प्रतिक्रिया के लिए आम सहमति: पर वैश्विक वैक्सीन अनुसंधान सहयोगात्मक चर्चा को संबोधित करते हुए यह बात कही। आज सिकंदराबाद में तीसरी जी-20 स्वास्थ्य सेवा समूह की बैठक के दौरान, भारत सरकार के फार्मास्यूटिकल्स विभाग ने जी-20 अध्यक्षता के तहत एक सह-कार्यक्रम का आयोजन किया।.
इस अवसर पर अपने संबोधन में डॉ मांडविया ने कहा कि ग्लोबल वैक्सीन रिसर्च कोलैबोरेटिव (वैश्विक वैक्सीन अनुसंधान सहयोग) उभरते रोगजनकों के लिए वैक्सीन अनुसंधान और विकास को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक तंत्र हो सकता है। उन्होंने कहा कि ‘यदि हम इस महत्वपूर्ण मिशन की ओर बढ़ते हैं, तो हमें वैश्विक स्वास्थ्य समुदाय के विशेषज्ञों की सेवाओं का लाभ और महामारी से बचाव के प्रयासों को मजबूत करना चाहिए’’। उन्होंने आगे कहा कि ‘‘उभरते रोगजनकों के लिए टीके के विकास को गति देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग आवश्यक है और जी-20 प्लेटफॉर्म सरकारों, अनुसंधान संगठनों, दवा निर्माता कंपनियों और और अन्य भागीदारों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच की भूमिका निभाता है।’’