केवीआईसी के अध्यक्ष ने कहा कि पीएमईजीपी के तहत ऋण के माध्यम से छोटी इकाइयां स्थापित करने के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के स्वदेशी अभियान में सम्मिलित होकर देश के युवा अधिक से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान कर सकते हैं
केवीआईसी के अध्यक्ष ने कहा कि पीएमईजीपी के तहत ऋण के माध्यम से छोटी इकाइयां स्थापित करने के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के स्वदेशी अभियान में सम्मिलित होकर देश के युवा अधिक से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान कर सकते हैं
राजस्थान की तीन दिवसीय यात्रा के दौरान, खादी और ग्रामोद्योग आयोग, (केवीआईसी) के अध्यक्ष श्री मनोज कुमार ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मंत्र – ‘एक नौकरी तलाशने वाला बनने के बजाए नौकरी प्रदाता बने’,का प्रसार करने के लिए कई कार्यक्रमों और कार्यशालाओं में भाग लिया । 20 अप्रैल को, जयपुर के सांसद, श्री रामचरण बोहरा और विभिन्न पंचायत समितियों के पंचायत समिति सदस्यों, सरपंच, खादी संस्थानों के प्रतिनिधियों और आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) पर एक कार्यशाला आयोजित की गई और 21 अप्रैल को जयपुर के ददिया गांव में पीएमईजीपी के तहत एक जागरूकता शिविर आयोजित करके योजना के बारे में विस्तृत जानकारी सीधे लाभार्थियों के साथ साझा की गई|
20 अप्रैल को जयपुर के राज्य कार्यालय में आयोजित पीएमईजीपी कार्यशाला को संबोधित करते हुए सांसद श्री रामचरण बोहरा ने कहा कि खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग हर गांव को रोजगार देने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है| सांसद ने विभिन्न पंचायत समितियों/विधानसभा क्षेत्रों में जागरूकता शिविर आयोजित करने के निर्देश दिये| इस अवसर पर जनता को संबोधित करते हुए श्री मनोज कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ के मंत्र ने खादी को ‘लोकल से ग्लोबल’ बना दिया है।अब खादी सिर्फ फैशन का प्रतीक नहीं है बल्कि गरीबों के जीवन में बदलाव का सबसे सशक्त माध्यम बन गया है। उन्होंने दोहराया कि देश के युवा पीएमईजीपी के माध्यम से कर्ज लेकर छोटी-छोटी इकाइयां लगाकर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के स्वदेशी अभियान से जुड़कर ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार मुहैया करा सकते हैं।
20 अप्रैल को अपनी जयपुर यात्रा के दौरान खादी संवाद कार्यक्रम में अध्यक्ष केवीआईसी ने कहा कि खादी की बिक्री में सुधार के साथ-साथ प्रधानमंत्री के समर्पित दृष्टिकोण को पूरा करने और खादी कारीगरों की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए केवीआईसी ने खादी के काम में लगे सभी श्रमिकों के वेतन में 1 अप्रैल से लगभग 35% की बढ़ोतरी की गई है, जो अपने आप में एक ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने कहा, “मुझे खुशी है कि खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने 2014 से खादी कारीगरों के वेतन में 150 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि की है।” उन्होंने जनता से अपील की कि अधिक से अधिक खादी और ग्रामोद्योग के उत्पाद खरीदकर प्रत्येक भारतीय को ‘आत्मनिर्भर भारत’ के निर्माण में अपना योगदान देना चाहिए।
राजस्थान दौरे के दूसरे दिन, 21 अप्रैल को जयपुर के दादिया गांव में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) के तहत एक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें लोकसभा सांसद, जयपुर और अध्यक्ष, खादी और ग्रामोद्योग आयोग और स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।इस अवसर पर पीपीटी के माध्यम से प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत आवेदन करने की प्रक्रिया की जानकारी देते हुए योजना की विस्तृत जानकारी दी गई।
शिविर में ही सांसद व अध्यक्ष केवीआईसी ने लाभार्थियों को ऋण के लिए ऑनलाइन आवेदन भी कराया। कैंप में करीब 70 से 80 आवेदकों ने आवेदन किया। 22 अप्रैल को अपने दौरे के तीसरे दिन, केवीआईसी के अध्यक्ष ने खादी और ग्रामोद्योग आयोग, जयपुर के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की।