श्री जुगल किशोर जु मंदिर सुगिरा मूर्ति काण्ड में कानून के हाथ हो रहे बौने सावित-1987 से आज तक रहस्यमयी जुगल किशोर जु मूर्ति चोरी काण्ड पुलिस की घोर निष्क्रियता के चलते अनबूझी पहेली बना हुआ है
श्री जुगल किशोर जु मंदिर सुगिरा मूर्ति काण्ड में कानून के हाथ हो रहे बौने सावित-1987 से आज तक रहस्यमयी जुगल किशोर जु मूर्ति चोरी काण्ड पुलिस की घोर निष्क्रियता के चलते अनबूझी पहेली बना हुआ है
लक्ष्मी कान्त सोनी(उपसंपादक)
महोबा/उत्तर प्रदेश के महोबा जनपद के कुलपहाड़ थाना क्षेत्र के सुगिरा गाँव में उच्च अफसरों की निष्क्रियता के चलते पुलिस की निष्क्रियता अपने चरम सीमा पर है।
जिसके चलते चोरों के हौसले बुलंद हैं अब जनता का विश्वास पुलिस से उठ गया है न्याय के सूर्य अपराध रूपी ग्रहण के जाल में फँसे हुए है।
आपको ज्ञात हो की महोबा जनपद के सुगिरा गाँव में 03/02/1987 को श्री जुगल किशोर जु मंदिर सुगिरा से अज्ञात चोरों के द्वारा मूर्ति चोरी काण्ड की घटना को अंजाम दिया गया था जिसकी रिपोर्ट थाना कुलपहाड़ में माता दीन पुत्र भानुप्रताप पांडेय के द्वारा दर्ज करवाई गयी थी किन्तु महोबा जनपद की कुलपहाड़ पुलिस तब से आज तक इस रहस्यमयी मूर्ति काण्ड का खुलासा करने में नाकाम है।
वल्कि मीडिया के द्वारा समय-समय पर कई बार खबर प्रकाशित कर इन निष्क्रिय अफसरों को जगाने की कोशिश की गई किन्तु निष्क्रिय पुलिस के कानों में जू तक नहीं रेंगी ।
पुलिस ने कानून के हाथों को बौना सावित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी आज कानून के बौने हाथ विश्व में शर्म का विषय बने हुए हैं।
इस संबंध में प्रधान मंत्री भारत सरकार व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश पुलिस को ट्वीटर के माध्यम से कई बार अवगत करवाया गया किन्तु आज तक इस मामले पर संज्ञान नहीं लिया गया।
जो इस देश की जर्जर कानून व्यवस्था की पुष्टि करता है।