वाराणसी में हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा जिलाधिकारी को ज्ञापन
दिनांक : 09.09.2022
*वाराणसी में हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा जिलाधिकारी को ज्ञापन !*
*प्रखर हिन्दुत्वनिष्ठ विधायक टी. राजासिंह के प्राणों पर संकट होने के कारण उन्हें तत्काल सशस्त्र सुरक्षा प्रदान की जाए ! – हिन्दू जनजागृति समिति*
*वाराणसी* – गोशामहल विधानसभा मतदारसंघ के प्रखर हिन्दुत्वनिष्ठ विधायक टी. राजासिंह को 23 अगस्त 2022 को बंदी बनाया गया । उन पर एक पंथ के श्रद्धास्थानों का कथित अपमान करने का आरोप है । इस प्रकरण में न्यायालय ने उन्हें जमानत भी दी है । उसके पश्चात अन्य एक दूसरे प्रकरण में विधायक टी. राजासिंह को पुनः 25 अगस्त 2022 को बंदी बनाया गया । कुल मिलाकर इस प्रकरण में विधायक टी. राजासिंह को जानबूझकर लक्ष्य कर सताया जा रहा है । अब तो उन पर ‘पी.डी. एक्ट’ के अंतर्गत अपराध प्रविष्ट कर उन्हें न्यूनतम एक वर्ष जेल में फंसाकर रखने का बडा षड्यंत्र रचा गया है । उन्हें बंदी बनाने से पूर्व और बंदी बनाने के पश्चात जिहादी प्रवृत्ति के धर्मांधों द्वारा मार डालने की धमकियां दी जा रही हैं । उसी प्रकार ‘सर तन से जुदा’ जैसे प्रक्षोभक और मार डालने के नारे लगाते हुए हिंसक आंदोलन किए जा रहे हैं । इन सबको देखते हुए विधायक टी. राजासिंह के प्राणों पर संकट है, यह सबको सुस्पष्ट है । अतः उनकी सुरक्षा की तत्काल व्यवस्था की दृष्टि से आज हिन्दू जनजागृति समिति ने तेलंगाना के माननीय राज्यपाल जी को जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन सौंपा । इस समय अधिवक्ता अरुण कुमार मौर्य, अधिवक्ता संजीवन यादव, अधिवक्ता मदन मोहन यादव, अधिवक्ता सुनीता पाण्डेय, हिंदू जागरण मंच महानगर अध्यक्ष अधिवक्ता अवनीश राय, अधिवक्ता श्याम जी वर्मा, अधिवक्ता हौसला पटेल, अधिवक्ता चक्रधर दुबे, अधिवक्ता मिथिलेश यादव, अधिवक्ता अनुराग पाण्डेय, अधिवक्ता वीरेंद्र पाण्डेय, अधिवक्ता अरुण कुमार गौतम, सनातन संस्था से रितेश गुप्ता और हिंदू जनजागृति समिति से श्री. प्रेम प्रकाश सिंह व श्री. राजन केशरी उपस्थित थे ।
*इसके लिए समिति की ओर से निम्नलिखित मांगें की गईं :*
1. जिहादी प्रवृत्ति के विधायक, पदाधिकारियों द्वारा कानून व्यवस्था बिगाडने के इच्छुक संबंधित जनप्रतिनिधियों पर तथा उन पर कार्यवाही न करनेवाले पुलिसकर्मियों पर कठोर कार्यवाही की जाए ।
2. तेलंगाना सरकार के पक्षपाती होने से राज्य में हिंसाचार करनेवालों को पुलिस द्वारा छोड देने के कारण राज्य की कानून-व्यवस्था और बिगड सकती है । इसलिए केंद्रीय गृह मंत्रालय इसे संज्ञान में लेकर उचित कार्यवाही करे ।
3. टी. राजासिंह को तेलंगाना सरकार से न्याय मिलने की संभावना दिखाई नहीं देती । इसलिए उनके सर्व अभियोग महाराष्ट्र अथवा कर्नाटक अथवा गोवा आदि पडोसी राज्यों में हस्तांतरित किए जाएं ।
4. टी. राजासिंह को जिस कारागृह में रखा गया है, वहां पहले से ही जिहादी आतंकवादियों को रखा गया है । इस कारागृह में टी. राजासिंह के प्राण संकट में हैं । अतः उन्हें सुरक्षित कारागृह में रखा जाए ।
5. टी. राजासिंह पर पुराने केसेस के अभियोग प्रविष्ट कर उन्हें कारागृह में रखने का प्रयास किया जा रहा है । उन्हें न्याय मिलने की दृष्टि से केंद्र सरकार हस्तक्षेप करे ।
आपका विनम्र,
श्री. विश्वनाथ कुलकर्णी,
उत्तरप्रदेश एवं बिहार राज्य समन्वयक,
हिन्दू जनजागृति समिति (संपर्क सूत्र : 9324868906)