उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा 2 अप्रैल से 30 अप्रैल 2022 तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान संचालित किए जाने
उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा 2 अप्रैल से 30 अप्रैल 2022 तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान संचालित किए जाने का निर्णय लिया गया है।इसके परिपालन में आज जिला महिला अस्पताल महोबा में नवनिर्वाचित एमएलसी बांदा-हमीरपुर जितेंद्र सिंह सेंगर तथा डीएम मनोज कुमार द्वारा फीता काटकर इस अभियान का शुभारंभ किया गया।इस मौके पर नगरपालिका की 5 प्रचार गाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।यह गाड़ियां संचारी रोग नियंत्रण अभियान को सफल बनाने के लिए प्रचार-प्रसार करेंगी।
इस दौरान जिला महिला अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम में चिकित्सा स्टाफ द्वारा संचारी रोगों से बचने के लिए अपनायी जाने वाली सावधानियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी।बताया गया कि अपने घर एवं कार्य स्थल के आप-पास साफ-सफाई रखें, मच्छरों का खात्मा करें और बुखार हो तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में दिखाएं।झोलाछाप डॉक्टरों से बचें।बिना चिकित्सक की सलाह के अनावश्यक औषधियों का सेवन न करें।खुले में शौच न जाएं और नियमित शौचालय का प्रयोग करें।मच्छरों से बचने के लिए प्रभावी उपाय अपनाएं।इस मौके पर नवनिर्वाचित एमएलसी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की मंशा है कि सभी लोग जनसहभागिता से इस अभियान को सफल बनाएं।सरकार का प्रयास है कि जन-जन तक कल्याणकारी सुविधाओं को पहुंचाया जाए।उन्होंने मौजूद लोगों को शपथ दिलाई कि वह स्वच्छता अपनाएंऔर समुदाय को बीमारियों से बचाएं।डीएम ने कहा कि संचारी रोग यथा डेंगू, चिकनगुनिया, जे ई, मलेरिया आदि से बचने के लिए अपने परिवेश को साफ-सुथरा रखना होगा।उन्होंने पंचायती राज विभाग को निर्देश दिए कि गांव-गांव में युद्ध स्तर पर सफाई अभियान चलाया जाए।उन्होंने बताया कि 02 अप्रैल से 30 अप्रैल तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलेगा जबकि 15 अप्रैल से 30 अप्रैल तक दस्तक पखवाड़ा आयोजित होगा।विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के दौरान महीने भर स्वास्थ्य विभाग जनजागरूकता अभियान, रोगियों के उपचार की व्यवस्था, संचारी रोगों और दिमागी बुखार की निगरानी, अग्रिम पंक्ति कार्यकर्ताओं द्वारा चिन्हित संचारी रोग और कोविड के लक्षण युक्त व्यक्तियों की जांच की व्यवस्था, लक्षण के अनुसार क्षय रोगियों के जांच की व्यवस्था, मच्छरों की दृष्टि से हाई रिस्क वाले क्षेत्रों में अन्तर्विभागीय सहयोग से मच्छरों को समाप्त करने की व्यवस्था, रोगियों के निःशुल्क परिवहन की व्यवस्था, ग्राम एवं नगर विकास विभाग के सहयोग से वाहक नियंत्रण गतिविधियां, प्रचार प्रसार व व्यवहार परिवर्तन गतिविधियां और नोडल विभाग के तौर पर अन्य व्यवस्थाएं देखेगा।उन्होंने कहा कि आईसीडीएस, ग्राम विकास एवं पंचायती राज विभाग, शिक्षा विभाग, नगर निगम या शहरी विकास विभाग, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, दिव्यांग कल्याण, स्वच्छ भारत मिशन, सूचना, संस्कृति और चिकित्सा शिक्षा विभाग को भी विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है ।आईसीडीएस विभाग जनजागरूकता के साथ-साथ कुपोषित बच्चों की पहचान और उपचार के लिए संदर्भन करेगा। पंचायती राज विभाग साफ-सफाई, झाड़ियों की कटाई, हैंडपंप मरम्मत, जनजागरूकता और निगरानी समितियों के माध्यम से कोविड के लक्षणयुक्त व्यक्तियों को दवा उपलब्ध करवाएगा। शिक्षा विभाग स्कूलों में जनजागरूकता की गतिविधियां करेगा।कृषि विभाग छछूंदर और चूहे को नियंत्रित करने की गतिविधियां करेगा।पशुपालन विभाग सूकर बाड़ों को आबादी से दूर ले जाने की गतिविधियां करेगा और पशुपालकों को पशुपालन स्थलों पर स्वच्छता के प्रति जागरूक करेगा। स्वच्छ भारत मिशन के तहत उच्च रोगभार वाले ग्रामों को प्राथमिकता के आधार पर खुले में शौच से मुक्त किया जाएगा । नगरीय निकाय विभाग वेक्टर नियंत्रण के अलावा मोहल्ला निगरानी समितियों के माध्यम से जनजागरूकता फैलाएगा और कोविड के लक्षण युक्त व्यक्तियों को मेडिसिन किट देगा। दस्तक पखवाड़े की गतिविधियां के बारे में सीएमओ डॉ सुधाकर पांडेय ने बताया कि 15 अप्रैल से शुरू हो रहे दस्तक पखवाड़े के दौरान अग्रिम पंक्ति कार्यकर्ता घर-घर जाएंगी और बुखार के रोगियों की सूची तैयार करेंगी।कुपोषित बच्चों का चिन्हीकरण एवं लाइन लिस्टिंग किया जाएगा।कोविड के रोगियों की भी लाइन लिस्टिंग होगी । घर-घर क्षय रोग के लक्षण वाले रोगियों का चिन्हीकरण होगा।क्षेत्रवार ऐसे मकानों की सूची तैयार होगी जहां मच्छरों का प्रजनन अधिक पाया गया हो । इस प्रकार चिन्हित रोगियों को निःशुल्क इलाज की सुविधा दी जाएगी जबकि मच्छरों के नियंत्रण के प्रभावी उपाय किए जाएंगे।
इस अवसर एडीएम आरएस वर्मा, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक आरपी मिश्रा, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ जी आर रतमेले, डॉ सुशील खरे आदि लोग मौजूद रहे।
महोबा से जितेंद्र तिवारी की रिपोट