शीत लहर का कहर: ब्लड प्रेशर बेकाबू, तीन रोगियों की मौत
*कानपुर नगर से नफीस खान की विशेष रिपोर्ट*
*शीत लहर का कहर: ब्लड प्रेशर बेकाबू, तीन रोगियों की मौत*
*कानपुर* ठंड लगने से बच्चों और बड़ों को भी विंटर डायरिया हो रहा है। कई रोगियों को गंभीर हालत में अस्पतालों में भर्ती किया गया है। वहीं, गुरुवार को किदवईनगर के जनार्दन (61) और नवाबगंज के विपुल (55) की हार्ट अटैक से मौत हो गई। परिजन बेहोशी की हालत में रोगियों को अस्पताल ले गए, लेकिन मृत घोषित कर दिया गया।
शीत लहर का प्रकोप बढ़ने से दमा, अस्थमा, ब्लड प्रेशर, हाइपरटेंशन, गुर्दा के रोगियों की तकलीफ बढ़ गई है। ब्लड प्रेशर के उतार-चढ़ाव की वजह से रोगियों की तबियत बिगड़ रही है। सीने में दर्द की शिकायत लेकर आने वाले रोगियों की कार्डियोलॉजी की ओपीडी में लंबी लाइन लगी रही।
इसके साथ ही रोगियों का पल्स रेट गिर जाने से पेस मेकर भी लगाना पड़ा। दो रोगियों की हार्ट अटैक और एक रोगी की दमा अटैक से मौत हो गई। डॉक्टरों ने रोगियों की दवाओं की डोज को दुरुस्त किया है।
ठंड लगने से बच्चों और बड़ों को भी विंटर डायरिया हो रहा है। कई रोगियों को गंभीर हालत में अस्पतालों में भर्ती किया गया है। वहीं, गुरुवार को किदवईनगर के जनार्दन (61) और नवाबगंज के विपुल (55) की हार्ट अटैक से मौत हो गई। परिजन बेहोशी की हालत में रोगियों को अस्पताल ले गए, लेकिन मृत घोषित कर दिया गया।
काकादेव के राम सनेही (59) की दमा अटैक से मौत हुई है। परिजन रोगी को लेकर चेस्ट हॉस्पिटल आए थे। सीनियर चेस्ट फिजिशियन डॉ. एसके कटियार का कहना है कि दमा और अस्थमा के रोगी खासतौर पर सचेत रहें। रोग के लक्षण अधिक उभरें तो अपने डॉक्टर से मशविरा कर लें।