उत्तर प्रदेश में हजारों मुकदमें फर्जी- हजारों लोगों को निर्दोष होने के वावजूद फँसा दिया कानूनी शिकंजे में

उत्तर प्रदेश में हजारों मुकदमें फर्जी-
हजारों लोगों को निर्दोष होने के वावजूद फँसा दिया कानूनी शिकंजे में
-वास्विक अपराधी कई वर्ष बीतने के वावजूद नहीं पकड़े गए-
वायरल तीन वीडियो लिंक इनके काले कारनामों की पोल खोलने के काफ़ी

उत्तर प्रदेश/उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार को नज़र अंदाज़ करने वाली सरकार व भ्रष्ट अफसरों की काली करतूत का फल हजारों निर्दोष लोगों को भुगतना पड़ रहा है तो वहीं जो वास्तविक अपराधी हैं उनके ऊपर ये भ्रष्ट अफसर मेहरवान बने हुए हैं।
हजारों निर्दोषों को षड्यंत्र जे तहत इन भ्रष्ट अफसरों ने कानून के जाल में फँसा दिया है है जो आज दर-दर की ठोकरें खाने पर मजबूर हैं तो वही सैकड़ों वास्तविक अपराधी के वर्ष बीतने के वावजूद भी खुले आम घूम रहे हैं न्याय की आश में पीड़ित परिवार घुट-घुट कर जीने पर मजबूर है ।
इन भ्रष्टाचारियों के काले खेल खोलने के लिए संलग्न ख़बर लिंक एक नज़ीर है।
यह खबरें वे हैं जिनमें इनकी काली करतूत का खेल खुल चुका है हजारों मामले तो आज भी रहस्यमयी पहेली बने हुए हैं।
हजारों निर्दोष व्यक्तियों को इन भ्रष्ट अफसरों ने षड्यंत्र के तहत कानून के चक्कर में फँसा दिया है।
संलग्न वीडियो में जो आडियो सुनाई दे रही है वो इनकी भ्रष्ट करतूत की पोल खोल रही है।
कई मामले तो आज भी रहस्य बने हुए हैं हजारों निर्दोष व्यक्ति जिसका फल भोग रहे हैं।
तो वहीं हजारों अपराधियों को भ्रष्ट अफसरों ने बचाने का काम किया है यही कारण है की बीसों वर्ष बीतने के वावजूद भी अनेकों संगीन मामले रहस्य बने हुए हैं ।
यदि सरकार सरकार इस बात को संज्ञान में लेकर फर्जी मुकदमों की निष्पक्ष जाँच करवाए तो हजारों निर्दोष व्यक्ति षड्यंत्र मय मुकदमों से निजात पाएंगे ।और वर्षों से ठंडे बस्ते में पड़े मुकदमों की जांच हो तो हजारों अपराधी जेल की सलाखों के पीछे होंगे।
किन्तु भ्रष्टाचार के इस खेल को खोल पाना इस भ्रष्ट युग में संभव नहीं।
भ्रष्टाचार की पोल खोलने वालीं तीन वीडियो लिंक निम्न हैं जिन्हें सुनकर व देखकर अनुमान लगाया जा सकता है की भ्रष्टाचार की जड़ें कितनी मजबूत हैं-
वीडियो लिंक -1
इस वीडियो में स्पष्ट सुना जा
सकता है कैसे षड्यंत्र की माला बुनी जाती हैं-

वीडियो लिंक-2

चार वर्ष से अधिक बीतने के वावजूद हत्यारे नहीं पकड़े-

वीडियो लिंक-3

यह मामला 1987 से आज तक ठंडे बस्ते में
जुगल किशोर मूर्ति चोरी काण्ड सुगिरा

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