फिर एक विवाहिता पत्नी फंदे से झूलती मिली
*फिर एक विवाहिता पत्नी फंदे से झूलती मिली आत्महत्या की शिकार हुई बेटी की मां ने लगाया बेटी की हत्या का आरोप*
*मामला है कानपुर नगर के अशोकनगर का*
*नफीस खान*
*कानपुर*20 नवंबर में नामचीन सब्जी मसाला उत्पाद के डिस्ट्रीब्यूटर की पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली देर रात घटना की जानकारी होते ही परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए थाने में पति व ससुरालियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है वहीं दोपहर में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े परिजनों ने शव रखकर जाम लगा दिया बमुश्किल पुलिस ने परिजनों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया और जाम हटवाया
काकादेव निवासी प्लास्टिक जैरी कैन फैक्ट्री संचालक पवन ग्रोवर ने अपनी बेटी(25) वर्ष आंचल की शादी 2019 में नजीराबाद थाना क्षेत्र के अशोक नगर निवासी नामी सब्जी मसाला के डिस्ट्रीब्यूटर सूर्यांश खरबंदा से की थी शुक्रवार देर रात सूर्यांश के घर से पुलिस को आंचल के आत्महत्या करने की सूचना दी गई पुलिस जब घर पर पहुंची तो कमरे में आंचल का शव दुपट्टे से झूलता मिला लेकिन पति सूर्यांश सभी परिवारजन घर से फरार थे जानकारी मिलते ही पिता पवन ग्रोवर भाई अक्षय ग्रोवर व रिश्तेदार अशोक नगर पहुंच गए भाई अक्षय ग्रोवर ने बताया शादी के बाद से बहन को दहेज के लिए सूर्यांश बहन को तंग करता था और कमरे में बंद करके मारा पीटा करता था पति सूर्यांश के अन्य युवतियों से भी अवैध संबंध है और वह बहन से छुटकारा चाहता था परिवार के लोगों का आरोप है कि पति व ससुराल जनों ने आंचल को मारने के बाद उसका शव फंदे से लटकाया है आक्रोशित परिजनों ने घर पर भी तोड़फोड़ की और पोस्टमार्टम हाउस के बाहर शव रखकर जाम लगा दिया और आरोपियों की गिरफ्तारी तक शव का अंतिम संस्कार ना करने की बात कही बाद में पुलिस और परिजनों में झड़प हुई बमुश्किल आंचल के ससुरालियों की गिरफ्तारी के लिए नई टीम गठित की गई है और पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने पर सच्चाई पता होने पर पति ससुराल वालों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी और जांच के भी आदेश दिए है सूर्यांश के बारे में जानकारी की जाए जो आरोप लगाए गए हैं उस आरोप में क्या सच्चाई है मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से निवेदन करता हूं इस तरह बेटियों महिला पर हो रहे अत्याचार इस तरह की घटना क्यों नहीं रोकी जा रही मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से निवेदन करता हूं अगर किसी भी थाने किसी भी महिला पीड़ित का प्रार्थना पत्र आता है तो उस पर कार्यवाही की जाए जिससे इस तरह की घटना ना हो सके पीड़ित को न्याय मिले दोषियों को सजा महिलाओं बेटियों पर हो रहे अत्याचार की घटना की सबसे बड़ा सवाल है पुलिस के आला अधिकारियों पर प्रार्थना पत्र दिए जाने के बावजूद भी अधिकारी पीड़ित के प्रार्थना पत्र पर कोई कार्यवाही नहीं करते हैं और आरोपियों को बचाने के लिए सांठगांठ करके आरोपियों को उचित लाभ देते हैं जिससे सच को झूठ में बदलने के लिए अधिकारी अपनी कलम का दुरुपयोग करते हैं और इस तरह से आरोपियों के हौसले बुलंद होते है और पीड़ित को इंसाफ नहीं मिलता है ऐसा आदेश ऐसा कानून बनाया जाए उत्तर प्रदेश में अगर किसी पीड़ित महिला बहन का प्रार्थना पत्र थाने में आता है तो जांच सच पाए जाने पर दोषियों पर कार्यवाही की जाए अगर कोई अधिकारी सच को झूठ में बदलने के लिए कलम का दुरुपयोग करता है तो उस अधिकारियों को पद से मुक्त किया जाए तभी इस तरह का अत्याचार इस तरह की घटना एक तरह का बलात्कार रोका जाएगा