स्वर्णिम दर्पण परिवार और महाकवि काली कला शोध केंद्र द्वारा अमर कवि पंडित कालीदत्त जी नागर ( काली कवि ) के जन्म दिन के अवसर पर भव्य काव्य सम्मेलन हुआ आयोजन
स्वर्णिम दर्पण परिवार और महाकवि काली कला शोध केंद्र द्वारा अमर कवि पंडित कालीदत्त जी नागर ( काली कवि ) के जन्म दिन के अवसर पर भव्य काव्य सम्मेलन हुआ आयोजन_
कल दिनांक 26,10,2021को स्वर्णिम दर्पण परिवार और महाकवि काली कला शोध केंद्र के द्वारा कल एक शानदार काव्य सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमे महाकवि काली कला शोध केंद्र के संस्थापक श्री अरूण नागर जी, राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मयंक किशोर शुक्ल “मयंक”, श्री ब्रज किशोर शुक्ल”ब्रज” मनमोहन बाराकोटी सहित दो अन्य प्रदेशों के कवि तथा स्वर्णिम दर्पण परिवार के संस्थापक सौरभ पाण्डेय जी _ प्रिया पाण्डेय रोशनी जी एवम श्रीमती सुधा तिवारी जी जैसे अनेक कवि एवम कवियत्री पधार कर अपनी शानदार प्रस्तुति दी _
इस अवसर पर पंडित महाकवि कालीदास जी की याद उनकी पपौत्री आस्था नागर ने भी अपना काव्य पाठ किया_ कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए महाकवि काली कला शोध केंद्र की ओर से श्री अंकित नागर जी ने और स्वर्णिम दर्पण परिवार की ओर से श्री सौरभ पाण्डेय जी ने सभी कवियों एवम कवियित्रिओ का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कवि ही हिन्दी को परिभाषित करता है _ और अपनी रचनाओं से समाज को उदाहरण देता है !!
कार्यकम का उदघाटन श्री अरुण नागर जी ने एवम संचालन श्री मयंक किशोर “शुक्ल” मयंक जी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री उमेश प्रकाश जी ने और कार्यक्रम के मुख्य अतिथि _ जानेमाने अधिवक्ता एवम रंगकर्मी श्री धर्मवीर सोलंकी जी रहे _!! जिन्होंने हिन्दी साहित्य में ऋषि और कृषि को भी परिभाषित किया, इसके अलावा स्वर्णिम दर्पण परिवार की ओर से स्वर्णिम दर्पण के संस्थापक श्री सौरभ पाण्डेय जी,श्री विजय शंकर शुक्ल,श्रीमान बृज किशोर शुक्ल,
मन मोहन बाराकोटी,देवेश बेलग्रामी, सौरभ शुक्ला,मुकेश मधुर, सचिन गिरी, रेखा अग्निहोत्री, सुधा तिवारी,आनंद जी,अनुज शुक्ला आदि ने पधार कर महाकवि कालीदत्त को स्मरण किया _ जिसमे किरण नागर जी का विशेष योगदान रहा _ आस्था जी और अंकित जी ने अनुपम प्रस्तुति से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया _ अंत में अरुण नागर जी ने सभी आए हुए कवियों को स्मृति स्वरूप _स्मृति चिन्ह अर्पित किए _!!
कार्यकम का आयोजन _ इंदिरा नगर _ लखनऊ में हुआ _!!
अंकित नागर _ संयोजक,काव्य गोष्ठी महाकवि काली कला शोध केंद्र _ लखनऊ
संयोजक _सौरभ पाण्डेय _ स्वर्णिम दर्पण परिवार