सनातन संस्था का हिन्दी प्रसिद्धीपत्रक

_*सनातन संस्था का हिन्दी प्रसिद्धीपत्रक*_

दिनांक : 15.10.2021

*फरार आतंकवादी जाकिर नाईक को नहीं; तो अध्यात्मप्रसार करनेवाली सनातन संस्था को संकट माननेवाली ‘फेसबुक’ हिन्दुद्वेषी है !* – सनातन संस्था

हाल ही में अमेरिका में ‘डिसमेंटलिंग ग्लोबल हिन्दुत्व कॉन्फ्रेन्स’ द्वारा हिन्दू धर्म के विरोध में दुष्प्रचार और हिन्दुत्व को आतंकवाद से जोडने का प्रयास किया गया । इससे दिखाई देता है कि अमेरिका में बढते हिन्दुत्व के प्रभाव को विरोध करने के लिए षड्यंत्र चालू है । इसके परिणामस्वरूप हिन्दू धर्म का प्रचार करनेवाली सनातन संस्था जैसी आध्यात्मिक संस्था को ‘संकट’ घोषित करने का प्रयास ‘फेसबुक’ जैसे सामाजिक माध्यम ने किया है । वास्तव में भारत द्वारा जिहादी आतंकवादी और संकटजनक (खतरनाक) घोषित डॉ. झाकीर नाईक के ‘फेसबुक’ पर 50 से अधिक अकाऊंट है, जो दिन-रात प्रचार कर रहे हैं; परंतु वे ‘फेसबुक’ को संकट नहीं लगते । इससे ‘फेसबुक’ की हिन्दूविरोधी भूमिका स्पष्ट होती है, ऐसा सनातन संस्था के प्रवक्ता श्री. चेतन राजहंस ने कहा ।

विगत सप्ताह में ही ‘फेसबुक’ के पूर्व डेटा वैज्ञानिक फ्रान्सिस होगेन ने अमेरिका की संसद में कथन (गवाही) दी कि ‘फेसबुक छोटे बच्चों और लोकतंत्र के लिए संकट (खतरा) है ।’ इससे पूर्व भी ‘फेसबुक’ पर नागरिकों की व्यक्तिगत जानकारी ‘लीक’ करने और नागरिकों की जासूसी करने के आरोपों हेतु ‘फेसबुक’ के संस्थापक मार्क जुकेरबर्ग को अमेरिकी संसद में खडा कर उनसे स्पष्टीकरण मांगे गए । लोकशाही के लिए संकट ‘फेसबुक’ जैसी कंपनियों की गोपनीय सूची में किन का नाम है, इसमें सनातन की तिलमात्र भी रूचि नहीं है । हम ‘फेसबुक’ को चुनौती देते है कि वह सनातन संस्था की एक भी पोस्ट जो आपत्तिजनक अथवा समाजविघातक है, वह दिखाएं । सनातन संस्था भारतीय संविधान और कानून का पालन कर धर्मप्रसार करनेवाली एक आध्यात्मिक संस्था है । सनातन पर प्रतिबंध लगाने की विरोधकों की मांग पर ‘ऐसा कोई भी प्रस्ताव नहीं’, ऐसा खुलासा भारत सरकार ने अनेक बार किया है ।

अमेरिका में सुनियोजित पद्धति से हिन्दुत्व के विरोध में प्रचार करने का षड्यंत्र चालू है । वर्ष २०१४ के लगभग आठ वर्ष पहले जब माननीय पंतप्रधान नरेंद्र मोदी गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री थे, तब उन्हें अमेरिका में आने से प्रतिबंधित किया गया था । वर्ष २०१८ मेें ‘सीआइए’ नामक अमेरिकी गुप्तचर संस्था की सूची में बजरंग दल और विश्‍व हिन्दू परिषद को ‘मिलीटेंट’ धार्मिक संगठन के रूप में सूचीबद्ध किया गया । अब ‘फेसबुक’ की सूची में सनातन संस्था का नाम होना, यह सनातन संस्था हिन्दू धर्म का प्रभावी प्रचार कर रही है, यही सिद्ध करता है । भारत में आतंकवादी कार्यवाहियों में सहभागी होने के आरोपवाली पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) और उससे संलग्न ४२ संगठन ‘फेसबुक’ को संकट नहीं लगते; परंतु तेलंगाना के भाजपा विधायक श्री. राजासिंह ठाकुर, हिन्दुत्व का खुला समर्थन करनेवाला ‘सुदर्शन चैनल’ और हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए कार्यरत हिन्दू जनजागृति समिति का ‘फेसबुक’ अकाऊंट संकटदायक (खतरा) लगता है, यह अत्यंत निंदनीय और भेदभाव है, ऐसा भी श्री. चेतन राजहंस ने कहा ।

आपका,
*श्री. चेतन राजहंस,*
प्रवक्ता, सनातन संस्था.
संपर्क : 7775858387

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *